Edited By Sarita Thapa,Updated: 09 Nov, 2025 11:20 AM

शादी सिर्फ दो लोगों का मिलन नहीं, बल्कि दो परिवारों का भी खास मौका होता है। इस दौरान हर रस्म और परंपरा का एक खास अर्थ होता है। ऐसे ही एक रस्म है “मामा को भात का न्योता”। कई लोग इसे केवल औपचारिकता समझते हैं, लेकिन इसके पीछे एक गहरी सांस्कृतिक और...
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Indian Wedding Rituals: शादी सिर्फ दो लोगों का मिलन नहीं, बल्कि दो परिवारों का भी खास मौका होता है। इस दौरान हर रस्म और परंपरा का एक खास अर्थ होता है। ऐसे ही एक रस्म है “मामा को भात का न्योता”। कई लोग इसे केवल औपचारिकता समझते हैं, लेकिन इसके पीछे एक गहरी सांस्कृतिक और पारिवारिक वजह छुपी होती है। यह न्योता मामा के सम्मान, आशीर्वाद और परिवार के बीच रिश्तों की मजबूती का प्रतीक माना जाता है। तो आइए जानते हैं कि शादी में मामा को भात का न्योता देने की खास वजह क्या है।
शादी में मामा को क्यों दिया जाता है भात का न्योता?
भारतीय शादियों में हर एक रस्म और परंपरा का अपना विशेष महत्व होता है। उनमें से एक महत्वपूर्ण रिवाज है भात का न्योता, जो खासकर मामा को दिया जाता है। यह परंपरा बहुत पुरानी है और इसके पीछे न केवल सांस्कृतिक बल्कि भावनात्मक भी वजहें छुपी हैं।

मामा को भात का न्योता देने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। इसके माध्यम से परिवार मामा के प्रति अपने सम्मान और स्नेह को व्यक्त करता है। साथ ही यह न्योता यह भी दर्शाता है कि मामा नवविवाहित जोड़े के लिए अपने आशीर्वाद और मार्गदर्शन के साथ मौजूद हैं। इस रिवाज का असली मकसद परिवार के रिश्तों को और मजबूत बनाना और मामा को इस खास अवसर पर सम्मान देना है। भात का न्योता सिर्फ एक आम निमंत्रण नहीं, बल्कि संबंधों और परंपराओं के प्रति सम्मान का प्रतीक माना जाता है।
कैसे मनाई जाती है यह परंपरा
शादी में आमतौर पर भोज या किसी विशेष अवसर पर मामा को भात और मिठाई का न्योता दिया जाता है। यह न्योता अक्सर समारोह से पहले पारंपरिक ढंग से दिया जाता है और इसमें मामा का सम्मान करते हुए उनका आशीर्वाद लिया जाता है।
