Edited By Manisha,Updated: 01 Dec, 2025 12:31 PM

भारतीय सिनेमा एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने जा रहा है, क्योंकि भूले-बिसरे वैश्विक आइकन वी. शांताराम की कहानी एक नई पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए लौट रही है।
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। भारतीय सिनेमा एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने जा रहा है, क्योंकि भूले-बिसरे वैश्विक आइकन वी. शांताराम की कहानी एक नई पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए लौट रही है। सिद्धांत चतुर्वेदी अपने करियर की सबसे रूपांतरणकारी और चुनौतीपूर्ण भूमिका निभाते हुए उस अग्रणी फिल्मकार वी. शांताराम को पर्दे पर जीवंत करेंगे, जिन्हें लंबे समय से भारतीय सिनेमा का मूल बागी कहा जाता रहा है।
मेकर्स ने इस भव्य जीवनी-आधारित ड्रामा के घोषणा-पोस्टर में सिद्धांत को शांताराम के रूप में प्रस्तुत किया है, जिसका शीर्षक भी ‘वी. शांताराम’ है।
अभिनेता सिद्धांत चतुर्वेदी ने कहा, “वी. शांताराम जी को निभाना मेरे जीवन के सबसे बड़े सम्मान में से एक है। उनकी यात्रा के बारे में जितना पढ़ा, उतना ही विनम्र होता गया। वे सिर्फ भारतीय और वैश्विक सिनेमा के अग्रदूत ही नहीं थे, बल्कि एक ऐसे दूरदर्शी थे जो हर बाधा के बावजूद आगे बढ़ते रहे। उनकी दुनिया में कदम रखना एक अभिनेता के रूप में मेरे लिए सबसे रूपांतरणकारी अनुभव रहा। उनका जीवन मुझे गहराई से छू गया और मुझे धैर्य की शक्ति की याद दिलाई। यह एक सीख है जिसे मैं अपने काम में और अपने जीवन के हर पल में संजोकर रखना चाहता हूं।”
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निर्देशक अभिजीत शिरीष देशपांडे ने कहा, “वी. शांताराम मेरे लिए एक फिल्ममेकर के तौर पर हमेशा प्रेरणा के सबसे बड़े स्रोत रहे हैं। प्रयोग करने का उनका साहस और उनकी दृष्टि ने आज के सिनेमा को गढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी कहानी कहना मेरे लिए सम्मान की बात है और मुझे उम्मीद है कि हम इस महान व्यक्तित्व की विरासत के साथ न्याय कर पाएंगे। इस पहले पोस्टर के साथ हम उस यात्रा की एक झलक साझा कर रहे हैं, जिसमें सिद्धांत चतुर्वेदी उस भूमिका में कदम रख रहे हैं, जिसके लिए हम हमेशा उन्हें उपयुक्त मानते थे।”
निर्माता सुभाष काले ने कहा, “वी. शांताराम जी की विरासत भारतीय सिनेमा के सबसे मजबूत स्तंभों में से एक है। उनकी दृष्टि, उनके संघर्ष और उनके नवाचार हम सभी को प्रेरित करते हैं। इस फिल्म के माध्यम से हम उनके जीवन-यात्रा को सबसे ईमानदार तरीके से सम्मानित करना चाहते हैं। आज जब हम पहला पोस्टर जारी कर रहे हैं, हमें गर्व है कि सिद्धांत चतुर्वेदी इस भूमिका में कदम रख रहे हैं। उनकी ईमानदारी और समर्पण उन्हें शांताराम जी की विरासत को आगे ले जाने के लिए एक उपयुक्त चेहरा बनाते हैं।”
निर्माता सरिता अश्विन वर्दे ने कहा, “वी. शांताराम सिर्फ भारतीय सिनेमा के महान निर्माताओं में से एक नहीं हैं, वे उसकी धड़कन हैं। फिर भी उनकी असाधारण दृष्टि और योगदान को हमेशा वह सराहना नहीं मिली जिसके वे हकदार थे। इस फिल्म के माध्यम से हम उनकी विरासत को प्रकाश में लाना चाहते हैं। सिद्धांत चतुर्वेदी हमारी पहली और एकमात्र पसंद थे। उनका जुनून और उनकी सच्चाई उन्हें शांताराम जी को पर्दे पर उतारने के लिए एक स्वाभाविक विकल्प बनाते हैं।”
यह ऐतिहासिक बायोपिक भारत के सबसे दूरदर्शी कथाकारों में से एक की रंगीन जीवन-यात्रा और सिनेमाई प्रतिभा को प्रस्तुत करती है। अभिजीत शिरीष देशपांडे द्वारा लिखित और निर्देशित यह फिल्म शांताराम जी की अद्भुत यात्रा का अनुसरण करती है मूक फिल्मों के दौर से लेकर ध्वनि और फिर रंगीन युग तक जहाँ वे भारतीय सिनेमा इतिहास की सबसे प्रभावशाली सिनेमाई हस्तियों में से एक बनकर उभरे।
राजकमल एंटरटेनमेंट, कैमरा टेक फिल्म्स और रोअरिंग रिवर्स प्रोडक्शन्स द्वारा प्रस्तुत ‘वी. शांताराम’ का निर्माण राहुल किरण शांताराम, सुभाष काले और सरिता अश्विन वर्दे कर रहे हैं, और इसका निर्देशन अभिजीत शिरीष देशपांडे ने किया है।