Edited By Anu Malhotra,Updated: 14 Oct, 2021 11:42 AM
तालिबान के कब्जे के बाद से जहां अफगानिस्तान के लोग नए कानून के चलते डर और सहमे हुए है वहीं अब अफगानी लोगों पर एक और नई मुसीबत आ गई है। दरअसल, अफगानिस्तान में राजधानी काबुल समेत कई प्रांत बिजली कटौती के कारण अंधेरे की चपेट में आ गए है। बता दें कि...
काबुल- तालिबान के कब्जे के बाद से जहां अफगानिस्तान के लोग नए कानून के चलते डर और सहमे हुए है वहीं अब अफगानी लोगों पर एक और नई मुसीबत आ गई है। दरअसल, अफगानिस्तान में राजधानी काबुल समेत कई प्रांत बिजली कटौती के कारण अंधेरे की चपेट में आ गए है। बता दें कि उज्बेकिस्तान से होने वाली सप्लाई में तकनीक गड़बड़ी है।
कई एशियाई देशों का बिजली का बिल है बकाया
वहीं, अफगानिस्तान की सरकारी बिजली कंपनी ‘दा अफगानिस्तान ब्रेशना शेरकत’ पर कई मध्य एशियाई देशों का बिजली का बिल बकाया है, जोकि तालिबान ने किसी भी बिजली का बिल नहीं चुकाया है। ऐसे में करीब 6.2 करोड़ डॉलर के बिजली बिलों का भुगतान करने के लिए DABS सरकारी अधिकारियों की संपत्ति को बेचने की तैयारी में है।
तकनीकी समस्या की वजह से बिजली आपूर्ति बाधित हुई
अफगानी बिजली कंपनी के हवाले से जानकारी मिली है कि उत्तरी अफगानिस्तान के बगलान प्रांत में तकनीकी समस्या आने की वजह से बिजली आपूर्ति बाधित हुई है, हालांकि, बिजली कंपनी ने यह भी कहा है कि उनका तकनीकी स्टाफ इस समस्या को जल्द-से-जल्द दूर करने के लिए काम कर रहा है।
बता दें कि अफगानिस्तान को 80 फीसदी बिजली उजबेकिस्तान और ताजिकिस्तान से मिलती है। हालांकि, इस साल अगस्त में तालिबान के कब्जे के बाद से तालिबान इन देशों का कर्ज नहीं चुकाया है।
काबुल में सर्दियां आने तक भारी बिजली कटौती हो सकती है
DABS के पूर्व प्रमुख दाऊद नूरजई ने इसी महीने बताया था कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सर्दियां आने तक भारी बिजली कटौती हो सकती है। उन्होंने कहा था कि तालिबान द्वारा बिजली आपूर्ति करने वाले देशों को बकाया बिल का भुगतान न करने की वजह से ऐसा हो सकता है।