Edited By Pardeep,Updated: 13 Sep, 2021 10:13 PM

अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद आर्थिक संकट गहराता जा रहा है। अफगान की जमीन से अपनी सेना वापस बुलाने और वहां की अंतरिम सरकार के गठन के बाद अमेरिका
वाशिंगटनः अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद आर्थिक संकट गहराता जा रहा है। अफगान की जमीन से अपनी सेना वापस बुलाने और वहां की अंतरिम सरकार के गठन के बाद अमेरिका ने सोमवार को बड़ा फैसला किया। दरअसल, बाइडन प्रशासन ने अफगानिस्तान के लोगों के लिए आर्थिक मदद करने की घोषणा की है। वह अफगानिस्तान को करीब 64 मिलियन डॉलर यानी चार अरब रुपये से ज्यादा की मदद करने जा रहा है। अफगानिस्तान मीडिया में इसका दावा किया जा रहा है।
मीडिया हाउस टोलो न्यूज ने जानकारी दी है कि संयुक्त राष्ट्र (यूनाइटेड नेशन) में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉम्पसन-ग्रीनफील्ड ने आर्थिक सहायता को मानवीय सहायता के रूप में बताया है। उन्होंने यूएन में कहा है कि अफगानिस्तान की स्थिति गंभीर है। ऐसे में अमेरिका ने नई मानवीय सहायता के रूप में 64 मिलियन डॉलर देने का वादा किया है। जमीनी हालात के बारे में और आकलन करने के बाद भविष्य में और अधिक राशि दिए जाने पर भी विचार होगा।
अमेरिका के अलावा संयुक्त राष्ट्र ने भी अफगानिस्तान में मानवीय अभियान का समर्थन करने के लिए दो करोड़ अमेरिकी डॉलर देने की घोषणा की है। महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि युद्धग्रस्त देश में लोग दशकों की पीड़ा और असुरक्षा के बाद शायद अपने सबसे खतरनाक समय का सामना कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए अब उनके साथ खड़े होने का समय है। उन्होंने ये भी कहा कि अफगानिस्तान के लोगों को भोजन, दवा, स्वास्थ्य सेवाओं, सुरक्षित पानी, स्वच्छता और सुरक्षा की तत्काल आवश्यकता है।