Edited By Shubham Anand,Updated: 11 Jul, 2025 05:58 PM

चीन ने 7 सेकंड में 620 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने वाली सबसे तेज मैग्लेव ट्रेन का सफल परीक्षण किया है। यह ट्रेन जमीन से उठकर हवा में तैरती है और बिना किसी रुकावट के बेहद शांत तरीके से चलती है। इस नई तकनीक ने दुनिया की सबसे तेज जमीन पर चलने...
इंटरनेशनल डेस्क : चीन ने 7 सेकंड में 620 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने वाली सबसे तेज मैग्लेव ट्रेन का सफल परीक्षण किया है। यह ट्रेन जमीन से उठकर हवा में तैरती है और बिना किसी रुकावट के बेहद शांत तरीके से चलती है। इस नई तकनीक ने दुनिया की सबसे तेज जमीन पर चलने वाली ट्रेन का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
दुनिया में सबसे तेज चलने वाली ट्रेन
यह ट्रेन मैग्नेटिक लेविटेशन (मैग्लेव) तकनीक पर काम करती है, जिसमें चुंबकीय बल की मदद से ट्रेन पटरी से ऊपर तैरती है। इस वजह से पटरी और ट्रेन के बीच कोई घर्षण नहीं होता, जिससे यात्रा आरामदायक और शोरमुक्त होती है। साथ ही, बिना रुकावट के तेज रफ्तार पकड़ने में भी मदद मिलती है। चीन की इस ट्रेन की रफ्तार लगभग 620 किलोमीटर प्रति घंटे है, जो कि घरेलू विमान की औसत गति के बराबर या उससे भी अधिक है। खास बात यह है कि यह ट्रेन एक खास वैक्यूम टनल में दौड़ाई गई, जहां हवा का दबाव लगभग नहीं होता, जिससे ट्रेन को तेज गति पकड़ने में कोई बाधा नहीं आई।
ऊर्जा की बचत और कम शोर प्रदूषण
दुनिया की वर्तमान मैग्लेव ट्रेनें 430 से 600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती हैं, लेकिन चीन की यह नई ट्रेन इन सभी से तेज साबित हुई है। इसके सफल परीक्षण ने चीन को इस तकनीक में विश्व में आगे बढ़ा दिया है। यह ट्रेन केवल तेज गति के लिए ही नहीं, बल्कि ऊर्जा की बचत और कम शोर प्रदूषण के लिए भी महत्वपूर्ण है। भविष्य में यह तकनीक हाइपरलूप जैसी उन्नत ट्रांसपोर्ट तकनीकों का हिस्सा बन सकती है। चीन इस प्रोटोटाइप को लंबी दूरी के लिए विकसित करने की योजना बना रहा है, जिससे यह जल्द ही यात्रियों और सामान के लिए भी उपलब्ध हो सकेगी।
इस तकनीक से भविष्य की यात्रा अधिक तेज, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल बनेगी। चीन जापान, यूरोप और अमेरिका जैसे देशों के साथ इस क्षेत्र में मुकाबला कर रहा है और जल्द ही यह नई तकनीक आम जनता के लिए भी खुल सकती है।