Edited By Radhika,Updated: 02 Dec, 2023 04:52 PM

भारत और कजाकिस्तान के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक काफी अच्छे संबंध हैं। अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भागीदारी और साझा चिंताओं को संबोधित करते हुए, हाल ही में भारत-मध्य एशिया सचिवों/राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में एक महत्वपूर्ण प्रगति हुई।
इंटरनेशनल डेस्क: भारत और कजाकिस्तान के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक काफी अच्छे संबंध हैं। अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भागीदारी और साझा चिंताओं को संबोधित करते हुए, हाल ही में भारत-मध्य एशिया सचिवों/राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में एक महत्वपूर्ण प्रगति हुई।
उम्मीद की जा रही है पीएम मोदी आगामी एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग ले सकते हैं। हालांकि दोनों देशों के बीच निरंतर विचारों, सांस्कृतिक प्रभावों और वस्तुओं के व्यापार का प्रवाह चल रहा है। यह प्रवाह भारत से मध्य एशिया तक बौद्ध धर्म और मध्य एशिया से भारत तक सूफीवाद के आदान-प्रदान का एक बेहतरीन उदाहरण है।
इसके अलावा यह दोनो देश शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ), अश्गाबात समझौता, अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा (आईएनएसटीसी), और संयुक्त राष्ट्र जैसे अन्य बहुपक्षीय मंचों आदि सहित कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहयोग करते हैं। जनवरी 2022 में मध्य एशिया शिखर सम्मेलन में दोनों देशों के बीच क्षेत्रीय सुरक्षा, कनेक्टिविटी, आर्थिक एकीकरण और लोगों से लोगों के संबंधों जैसे पहलुओं को द्विपक्षीय संबंधों में सहयोग बढ़ गया है।

हाल ही में हुई इस सभा ने भारत और मध्य एशियाई राज्यों को प्रभावित करने वाले आतंकवाद, मादक पदार्थों की तस्करी और संगठित अपराध के संबंध में साझा चिंताओं को दोहराया। इन देशों को यूपीआई जैसे भारत के डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का निःशुल्क उपयोग करने के लिए भी आमंत्रित किया गया था। इसके अलावा, भारतीय NSA ने India और central aisa राज्यों को संयुक्त रूप से Rare Earths Forum और strategic minerals का पता लगाने और निकालने का भी प्रस्ताव रखा।
भारत कजाकिस्तान द्वारा क्षेत्रीय सुरक्षा के साथ-साथ अपने पड़ोसी राज्यों के साथ-साथ भारत जैसे मित्र देशों के साथ साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए की गई पहल की सराहना करता रहा है।