Edited By Rahul Singh,Updated: 23 Jun, 2025 11:31 PM

IRGC के पब्लिक रिलेशन्स ऑफिस द्वारा जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह जवाबी हमला ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के निर्देशों और खातम अल-अनबिया केंद्रीय कमान के नेतृत्व में किया गया।
तेहरान। ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने अमेरिका द्वारा ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु ठिकानों पर हमले के जवाब में कतर स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे अल उदीद एयरबेस पर बड़ा मिसाइल हमला किया है। यह हमला "या अबा अब्दिल्लाह अल-हुसैन (अ.स.)" नामक सैन्य अभियान के तहत किया गया। जानकारी के मुताबिक यहां 10 मिसाईलें दागी गईं। वहीं अब ईरान ने अमेरिका को कड़ी चेतावनी देते हुए साफ कहा कि अब 'मारो और भाग जाओ' की नीति नहीं चलेगी।
IRGC के पब्लिक रिलेशन्स ऑफिस द्वारा जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह जवाबी हमला ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के निर्देशों और खातम अल-अनबिया केंद्रीय कमान के नेतृत्व में किया गया।
ईरान की संप्रभुता पर हमला बर्दाश्त नहीं
बयान में अमेरिका को साफ संदेश देते हुए कहा गया है, "ईरान, अपने लोगों के समर्थन और ईश्वर में विश्वास के साथ, अपनी संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा पर हुए किसी भी हमले को बिना जवाब के नहीं छोड़ेगा।" ईरान ने अमेरिका के हमले को अंतरराष्ट्रीय कानून का खुला उल्लंघन बताया और कहा कि यह पूरी तरह से एक आक्रामक और अवैध कार्रवाई थी।
अल उदीद एयरबेस को बताया 'कमज़ोर कड़ी'
IRGC ने यह भी कहा कि अमेरिका के सैन्य अड्डे, जो उसे ताकत का प्रतीक लगते हैं, दरअसल उसकी सबसे बड़ी कमज़ोरी और जोखिम हैं। उन्होंने कहा, "अब अमेरिका के सैन्य अड्डे और चलते-फिरते ठिकाने उसके लिए शक्ति नहीं, बल्कि उसके विनाश का कारण बन सकते हैं।"
मुहर्रम के मौके पर दुश्मनों को चेतावनी
बयान में कहा गया है कि पवित्र मुहर्रम माह की शुरुआत से पहले यह हमला किया गया है, और यह संदेश देता है कि "अब 'मारो और भाग जाओ' की नीति नहीं चलेगी।" IRGC ने चेतावनी दी कि यदि अमेरिका या उसके सहयोगियों ने फिर से कोई उकसावे वाली कार्रवाई की, तो ईरान और ज़ोरदार तरीके से जवाब देगा। उन्होंने कहा, "ऐसे किसी भी हमले का नतीजा अमेरिका की पश्चिम एशिया से शर्मनाक वापसी और ज़ायोनिस्ट शासन (इस्राइल) के अंत की ओर ले जाएगा।"
IRGC ने अमेरिका और उसके सहयोगियों को दी चेतावनी
बयान के अंत में IRGC ने साफ शब्दों में कहा, “यह कार्रवाई केवल एक चेतावनी है। यदि दुश्मनों ने दुबारा कोई दुस्साहस किया, तो हम और अधिक कड़ा, निर्णायक और व्यापक जवाब देंगे।”