Edited By Rohini Oberoi,Updated: 26 Aug, 2025 11:41 AM

ब्राजील में एक बेहद दुखद घटना सामने आई है। यहां रियो डो सुल के एक अस्पताल में सीटी स्कैन करा रही 22 वर्षीय महिला वकील लेटिसिया पॉल की अचानक मृत्यु हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक पॉल को गंभीर एलर्जी की वजह से एनाफिलेक्टिक शॉक हुआ और तमाम कोशिशों के बावजूद...
इंटरनेशनल डेस्क। ब्राजील में एक बेहद दुखद घटना सामने आई है। यहां रियो डो सुल के एक अस्पताल में सीटी स्कैन करा रही 22 वर्षीय महिला वकील लेटिसिया पॉल की अचानक मृत्यु हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक पॉल को गंभीर एलर्जी की वजह से एनाफिलेक्टिक शॉक हुआ और तमाम कोशिशों के बावजूद डॉक्टर उन्हें बचा नहीं पाए।
क्या होता है एनाफिलेक्टिक शॉक?
रिपोर्ट के अनुसार एनाफिलेक्टिक शॉक एक अचानक होने वाली गंभीर और जानलेवा एलर्जी प्रतिक्रिया है। इसके लक्षणों में साँस लेने में कठिनाई, गले में सूजन और ब्लड प्रेशर में अचानक कमी शामिल है। लेटिसिया पॉल की चाची सैंड्रा पॉल ने बताया कि लेटिसिया को किडनी स्टोन था और वह नियमित जांच के लिए अस्पताल गई थीं। वह कानून और रियल एस्टेट में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही थीं और उनके बड़े सपने थे।
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सीटी स्कैन में क्यों होती है जानलेवा एलर्जी?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार सीटी स्कैन, एमआरआई और एक्स-रे में अंगों और ऊतकों की तस्वीरों को साफ करने के लिए आयोडीन वाली कंट्रास्ट डाई का इस्तेमाल किया जाता है। यह डाई ज्यादातर सुरक्षित होती है लेकिन 5000 से 10,000 मरीजों में से किसी एक को गंभीर एलर्जी हो सकती है जो जानलेवा साबित होती है।
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रेडियोलॉजी एक्सपर्ट डॉ. मुरिलो यूजेनियो ओलिवेरा ने भी माना कि ये कंट्रास्ट एजेंट आमतौर पर सुरक्षित होते हैं और एलर्जी की समस्या बहुत कम होती है। अस्पताल समूह ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है और स्वास्थ्य देखभाल सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।