श्रीलंका में और बिगड़ सकते हैं हालात, पीएम रानिल विक्रमसिंघे ने लोगों से कहा- चुनौतियों का सामना करने के लिए रहें तैयार

Edited By Yaspal,Updated: 16 May, 2022 08:22 PM

the situation may worsen in sri lanka pm ranil wickremesinghe told the people

श्रीलंका के नवनियुक्त प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने सोमवार को कहा कि उनका लक्ष्य किसी व्यक्ति, परिवार या समूह को नहीं बल्कि संकटग्रस्त देश को बचाना है। उनका इशारा राजपक्षे परिवार एवं उसके पूर्व प्रभावशाली नेता महिंदा राजपक्षे की ओर था। पिछले...

इंटरनेशनल डेस्कः श्रीलंका के नवनियुक्त प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने सोमवार को कहा कि उनका लक्ष्य किसी व्यक्ति, परिवार या समूह को नहीं बल्कि संकटग्रस्त देश को बचाना है। उनका इशारा राजपक्षे परिवार एवं उसके पूर्व प्रभावशाली नेता महिंदा राजपक्षे की ओर था। पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री बनने के बाद टेलीविजन पर प्रसारित राष्ट्र के नाम अपने अपने संबोधन में यूनाईटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी) के नेता विक्रमसिंघे (73) ने कहा कि श्रीलंका की समुद्री सीमा में मौजूद पेट्रोल, कच्चे तेल, भट्ठी तेल की खेपों का भुगतान करने के लिए खुले बाजार से अमेरिकी डॉलर जुटाये जायेंगे।

विक्रमसिंघे ने कहा कि देश को जरूरी आयात के भुगतान के लिए अगले कुछ दिनों में विदेशी मुद्रा के तौर पर 7.5 करोड़ डालर सुरक्षित करने की जरूरत है क्योंकि देश ईंधन और दवाओं की कमी से जूझ रहा है। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक रानिल विक्रमसिंघे ने राष्ट्र के नाम एक संबोधन में कहा कि अगले कुछ महीने हम नागरिकों के जीवन के सबसे कठिन दिन होंगे। हमें आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए खुद को तैयार करना चाहिए। 

रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि मौजूदा वक्‍त में हम कई गंभीर चिंताओं का सामना कर रहे हैं। पेट्रोल पंपों पर लग रही लंबी कतारों से राहत पाने के लिए हमें अगले कुछ दिनों में लगभग 75 मिलियन अमेरिकी डालर की जरूरत होगी। फिलहाल हमारे पास सिर्फ एक दिन के लिए पेट्रोल का स्‍टाक है। हालांकि आज आई डीजल की खेप से इसकी कमी कुछ हद तक दूर हो जाएगी। मैं श्रीलंकाई एयरलाइंस का निजीकरण करने का प्रस्ताव करता हूं जो व्यापक रूप से घाटे में चल रही है।

विक्रमसिंघ को बृहस्पतिवार को श्रीलंका का 26 वां प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया था क्योंकि देश सोमवार से ही बिना सरकार के था। तब प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर उनके समर्थकों के हमले के बाद हिंसा भड़क जाने के उपरांत अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। विक्रमसिंघे ने कहा, ‘‘मेरा लक्ष्य देश को बचाना है। मैं यहां किसी व्यक्ति , परिवार या समूह को बचाने के लिए नहीं हूं।'' उन्होंने कहा कि 2022 के विकास बजट के स्थान पर राहत बजट पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह इन दिनों बहुत घाटे में चल रही श्रीलंका एयरलाइंस का निजीकरण का प्रस्ताव रखेंगे।

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