Edited By Tanuja,Updated: 08 Dec, 2025 01:41 PM

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा पर भारी तनाव पैदा हो गया है। दो थाई सैनिकों की मौत और हमलों के बाद थाई वायुसेना ने लड़ाकू विमान तैनात करके हवाई हमले शुरू किए। कंबोडिया का आरोप है कि थाई सेना ने पहले हमला किया। दोनों देशों की तरफ से लगातार आरोपों के...
International Desk: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद सोमवार को खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया। थाई सेना ने दावा किया कि कंबोडिया के हमलों में दो थाई सैनिक मारे गए और चार घायल हुए, जिसके बाद थाई वायुसेना ने लड़ाकू विमान तैनात कर कंबोडियाई सैन्य ढांचों पर हवाई कार्रवाई शुरू की। थाई आर्मी प्रवक्ता विनथाई सुवारी के अनुसार, सुबह 7 बजे नाम युएन जिले के चोंग बोक क्षेत्र में थाई सैनिकों पर “सपोर्टिंग फायर वेपन्स” से हमला किया गया। इससे पहले सुबह 5:05 बजे चोंग एन मा क्षेत्र में भी गोलीबारी हुई, जिसमें कंबोडिया ने छोटे हथियारों और अप्रत्यक्ष हथियारों से फायरिंग की। थाई पक्ष ने इसे "रूल्स ऑफ एंगेजमेंट" के तहत जवाबी कार्रवाई बताया।
रॉयल थाई एयरफोर्स ने कहा कि सैनिकों की मौत और “राष्ट्रीय सुरक्षा पर सीधे खतरे” के बाद हवाई हमले शुरू किए गए। आरटीएएफ प्रवक्ता जककृत थम्माविचाई के मुताबिक, ऑपरेशन का उद्देश्य कंबोडिया की सैन्य क्षमताओं को न्यूनतम स्तर पर लाना है ताकि नागरिकों और सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। दूसरी ओर, कंबोडियाई रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल माली सोचेता ने आरोप लगाया कि सोमवार सुबह 5:04 बजे थाई सेना ने ही पहले हमला किया, जिसमें टैंकों से तमोअन थोम मंदिर, 5 मकारा क्षेत्र और प्रसिद्ध प्रीह विहार मंदिर के आसपास फायरिंग की गई।
सौचेता ने कहा कि कंबोडिया ने पूरे दिन “एक भी जवाबी गोली” नहीं चलाई और अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार शांति समाधान की नीति पर कायम है। कंबोडिया ने यह मामला आसियान ऑब्जर्वर टीम को भी भेज दिया है, और जांच की मांग करने की तैयारी में है। दोनों देशों की सेना एक-दूसरे पर लगातार ‘उकसावे’ और ‘पहले हमला’ करने का आरोप लगा रही हैं, जिससे दक्षिण-पूर्व एशिया में एक बड़े सैन्य संघर्ष का खतरा बढ़ गया है।