Edited By Tanuja,Updated: 04 Dec, 2025 06:58 PM

ब्रिटेन ने 2018 के सैलिसबरी नर्व एजेंट हमले की जांच पूरी होने के बाद रूस की खुफिया एजेंसी GRU पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है। ब्रिटिश जांच में दावा किया गया कि यह हमला राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उच्च स्तरीय आदेश पर हुआ था। UK ने मॉस्को के राजदूत को...
London: ब्रिटेन ने 2018 के ‘नर्व एजेंट' हमले को लेकर बृहस्पतिवार को रूस की खुफिया एजेंसी ‘जीआरयू' पर प्रतिबंध लगा दिया और मॉस्को के राजदूत को तलब किया। ब्रिटेन ने यह कदम एक जांच में निकले निष्कर्ष के बाद उठाया है, जिसमें दावा गया कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 2018 में ब्रिटेन की भूमि पर हुए ‘नर्व एजेंट' हमले के लिए जिम्मेदार थे। ‘नर्व एजेंट' ऐसे जहरीले रसायन हैं जो सीधे तंत्रिका तंत्र पर असर करते हैं। ये मस्तिष्क तक जाने वाले संकेतों को बाधित कर देते हैं, जिससे शरीर ठीक तरह से काम करना बंद कर देता है।
ब्रिटिश सरकार ने कहा कि सैलिसबरी शहर में हुए उस हमले के लिए जीआरयू पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जा रहा है, जिसमें ब्रिटेन आए पूर्व सोवियत एजेंट सर्गेई स्क्रिपल को निशाना बनाया गया था। ‘नोविचोक नर्व एजेंट' के संपर्क में आने से एक ब्रिटिश महिला डॉन स्टर्गेस की मौत हो गई थी। स्टर्गेस की मौत की जांच का नेतृत्व करने वाले ब्रिटेन के उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश एंथनी ह्यूजेस ने कहा कि स्क्रिपल पर हमले को पुतिन द्वारा ‘‘उच्चतम स्तर पर अधिकृत किया गया होगा।''