Edited By Anu Malhotra,Updated: 23 Sep, 2025 10:31 AM

2025 की शुरुआत में Mutual Fund निवेशकों के लिए कुछ उलझन भरी रही है। आमतौर पर हर साल लाखों लोग SIP (Systematic Investment Plan) के जरिए mutual fund में नियमित निवेश करते हैं, लेकिन इस बार एक चौंकाने वाला रुख देखने को मिला है। इस साल अब तक करीब 1.12...
नेशनल डेस्क: 2025 की शुरुआत में Mutual Fund निवेशकों के लिए कुछ उलझन भरी रही है। आमतौर पर हर साल लाखों लोग SIP (Systematic Investment Plan) के जरिए mutual fund में नियमित निवेश करते हैं, लेकिन इस बार एक चौंकाने वाला रुख देखने को मिला है। इस साल अब तक करीब 1.12 करोड़ से ज्यादा SIP बंद हो चुके हैं, जो निवेशकों के मन में सवाल पैदा कर रहा है - क्या बाजार से भरोसा खत्म हो रहा है या फिर इसके पीछे कोई और वजह है?
2025 के पहले छह महीनों में कई बार ऐसा हुआ कि नए SIP की तुलना में बंद हुए SIP की संख्या कहीं अधिक रही। खासकर अप्रैल में तो इस संख्या में अचानक इजाफा देखा गया, जब लगभग 1.16 करोड़ SIP बंद हुए। निवेशकों की इस प्रतिक्रिया के पीछे वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और बदलते टैक्स नियमों को जिम्मेदार बताया जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ शुरुआती महीनों में बाजार की अस्थिरता ने लोगों को निवेश रोकने या पुराने निवेश खत्म करने पर मजबूर किया।
SIP Stoppage Ratio इस बात को दर्शाता है कि नए निवेशों की तुलना में कितने पुराने निवेश बंद हो रहे हैं। इस साल जून में यह रेश्यो 78% तक पहुंच गया, जो पिछले साल के मुकाबले काफी ज्यादा था। हालांकि, यह आंकड़ा इतना नकारात्मक नहीं है जितना दिखता है क्योंकि इसमें वे निवेश भी शामिल हैं जो अपनी निर्धारित अवधि पूरी कर समाप्त हो गए। इसके अलावा कई निवेशक पुराने SIP बंद करके नए में पैसे लगाकर अपने Portfolio को बेहतर बनाना चाहते हैं।
निवेशक इस अस्थिर माहौल में ज्यादा सतर्क हो गए हैं। बाजार की गिरावट और पिछली कमाई के आंकड़े देख कई लोगों ने जोखिम कम करने का फैसला किया है। इसके बावजूद विशेषज्ञ निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे अपने दीर्घकालिक निवेश लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए धैर्य बनाए रखें। SIP का मूल लाभ ही बाजार की उतार-चढ़ाव में निरंतर निवेश कर समय के साथ अच्छा रिटर्न पाना है।
बाजार में स्थिरता लौटने के साथ ही निवेशकों का भरोसा फिर से जागेगा और नए निवेश शुरू होंगे। जो लोग अभी निवेश शुरू करने या फिर रुकावट के बाद निवेश फिर से शुरू करने का सोच रहे हैं, उनके लिए यह सही समय हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार की अस्थिरता को देखकर घबराना सही नहीं, बल्कि Financial Goals के प्रति सजग और स्थिर रहना जरूरी है।