Edited By vasudha,Updated: 04 Jan, 2020 09:51 AM
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से तिलमिलाया पाकिस्तान घाटी में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहा है। इसी के तहत करीब 250 आतंकवादी नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार तैनात है और हर दिन भारतीय सीमा में घुसपैठ का प्रयास कर रहे हैं। सेना प्रमुख जनरल...
नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से तिलमिलाया पाकिस्तान घाटी में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहा है। इसी के तहत करीब 250 आतंकवादी नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार तैनात है और हर दिन भारतीय सीमा में घुसपैठ का प्रयास कर रहे हैं। सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने बताया कि पाक के आतंकी घुसपैठ के रास्ते तलाश रहे हैं लेकिन उनकी गतिविधियों पर सेना की पैनी नजर है।
26 फरवरी, 2019 को बालाकोट एयर स्ट्राइक के बारे में नरवने ने कहा कि इससे यह संदेश गया है कि इन आतंकवादी शिविरों को अंदर तक मार कर नेस्तानाबूद किया जा सकता है। आतंकवादी शिविरों की जगह और आकार निरंतर बदलता रहता है। कभी ये किसी इमारत से चलाये जाते हैं तो कभी झोपड़ी से भी चलायेे जा सकते हैं या गांव के किनारे के घर में भी हो सकते हैं। सेना इनकी गतिविधियों पर निरंतर कड़ी नजर रखती है। सभी गतिविधियों और जानकारियों के विश्लेषण के आधार पर इनसे निपटने के लिए सोची समझी रणनीति के आधार पर कारर्वाई की जाती है।
सेना प्रमुख ने कहा कि अभी पीर पंजाल क्षेत्र में भारी बफर्बारी के चलते घुसपैठ के सभी रास्ते बंद हो गये हैं इसलिए आतंकवादियों का ध्यान नीचे के क्षेत्रों की ओर है तथा वे जम्मू आदि क्षेत्रों की ओर से घुसपैठ के रास्ते तलाश रहे हैं लेकिन उनकी गतिविधियों पर सेना की पैनी नजर है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेनाओं ने अब तक परमाणु हथियारों के बिना ही दो-तीन बड़े अभियानों को अंजाम दिया है।