Edited By Mehak,Updated: 27 Dec, 2025 03:32 PM

दिल्ली की खराब हवा के बीच भारत में रह रही अमेरिकी महिला क्रिस्टन फिशर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उन्होंने दिखाया कि घर के बाहर AQI 210 होने के बावजूद एयर प्यूरीफायर की मदद से घर के अंदर AQI 48 तक रखा जा सकता है। उनके घर में चार एयर...
नेशनल डेस्क : दिल्ली की सर्दियों में खतरनाक वायु प्रदूषण को लेकर भारत में पिछले चार साल से रह रही एक अमेरिकी महिला का अनुभव सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने बताया है कि दिल्ली के सबसे ज्यादा प्रदूषण वाले महीनों में भी वह अपने परिवार को खराब हवा से कैसे सुरक्षित रखती हैं।
वीडियो में दिखाया AQI का फर्क
अमेरिकी महिला क्रिस्टन फिशर ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है। वीडियो में वह बताती हैं कि उनसे अक्सर पूछा जाता है कि इतनी खराब एयर क्वालिटी के बावजूद वे दिल्ली में कैसे रहती हैं। वीडियो की शुरुआत में वह एक एयर क्वालिटी मॉनिटर दिखाती हैं, जिसमें घर के बाहर का AQI करीब 210 नजर आता है, जो खतरनाक श्रेणी में माना जाता है। इसके बाद वह वही डिवाइस घर के अंदर ले जाती हैं, जहां कुछ ही सेकंड में AQI घटकर करीब 48 हो जाता है, जो सुरक्षित स्तर है।
घर में चार एयर प्यूरीफायर
इस बड़े अंतर की वजह बताते हुए क्रिस्टन कहती हैं कि उनके घर में कुल चार एयर प्यूरीफायर लगे हैं। ये सभी प्यूरीफायर दिन-रात चलते रहते हैं। इसी कारण घर के अंदर की हवा साफ और सुरक्षित बनी रहती है। उनका मानना है कि अगर बाहर की हवा को कंट्रोल नहीं किया जा सकता, तो कम से कम घर के अंदर की हवा को जरूर बेहतर बनाया जा सकता है।
बाहर कम, घर में ज्यादा समय
क्रिस्टन ने बताया कि प्रदूषण के महीनों में वे और उनका परिवार बाहर कम निकलते हैं और ज्यादा समय घर के अंदर ही बिताते हैं। उन्होंने कहा कि वे बाहर की हवा नहीं बदल सकतीं, लेकिन अपने परिवार के लिए घर के अंदर एक सुरक्षित माहौल जरूर बना सकती हैं। खासकर रात के समय साफ और नियंत्रित हवा में सोना उनके लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है।
नवंबर से जनवरी सबसे खराब महीने
अपने पोस्ट में क्रिस्टन ने यह भी साफ किया कि दिल्ली में पूरे साल प्रदूषण एक जैसा नहीं रहता। उनके अनुसार आमतौर पर नवंबर से जनवरी के बीच हालात सबसे ज्यादा खराब होते हैं। बाकी महीनों में दिल्ली की हवा काफी हद तक बेहतर रहती है।
इंडोर एयर भी खुद-ब-खुद साफ नहीं
उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि घर के अंदर की हवा अपने आप साफ नहीं होती। अगर एयर प्यूरीफायर न चलाए जाएं, तो इंडोर एयर क्वालिटी भी बाहर जितनी खराब या उससे ज्यादा खराब हो सकती है। इसी वजह से उनके घर में एयर प्यूरीफायर 24 घंटे चलते रहते हैं।
सोशल मीडिया पर हो रही चर्चा
क्रिस्टन फिशर का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। कई लोग इसे दिल्ली की प्रदूषण समस्या से निपटने का एक व्यावहारिक तरीका बता रहे हैं, जबकि कुछ यूजर्स ने कहा कि दिल्ली उन लोगों के लिए ही रहने लायक है, जिनके पास एयर प्यूरीफायर और बेहतर घर की सुविधा है। वहीं, कई लोगों ने सुझाव दिया कि अधिक हरियाली, बड़े पौधे और वाहनों पर नियंत्रण जैसे कदम प्रदूषण कम करने में मदद कर सकते हैं।