Edited By ,Updated: 20 Jan, 2016 09:21 PM
इंदौर रोड़ पर मंगलवार को एक ऐसी बरात निकली जिसे देखकर हर कोई हैरान रह गया। घोड़ी पर दूल्हे की जगह दुल्हन सवार थी और बराती अपनी धुन में नाच रहे थे।
उज्जैन: इंदौर रोड़ पर मंगलवार को एक ऐसी बरात निकली जिसे देखकर हर कोई हैरान रह गया। घोड़ी पर दूल्हे की जगह दुल्हन सवार थी और बराती अपनी धुन में नाच रहे थे। साथ में महिलाएं भी बराती बनकर पीछे चल रही थीं। गुजराती पाटीदार समाज की 300 वर्ष पुरानी परंपरा के चलते दुल्हन ने घोड़े पर बैठकर बरात निकाली और मंडप पर पहुंची। जिसके बाद दूल्हन ने दूल्हे को विवाह के लिए आमंत्रित किया।
दुुल्हन नुपूर पाटिल एमएससी कंप्यूटर साइंस में पोस्ट ग्रेज्युएट और प्राइवेट कॉलेज में लेक्चरर है। पिता सतीश पाटिल पीडब्ल्यूडी में इंजीनियर और माता वर्षा पाटिल गृहिणी है। समाजजनों ने बताया यह समाज परंपरा तकरीबन 300 साल पुरानी है। मुगलकाल के बाद महिलाओं और पुरुषों के बीच अंतर को खत्म करने के लिए गुजरात में यह परंपरा शुरू की गई थी।