Edited By Seema Sharma,Updated: 22 Mar, 2020 03:41 PM
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ के बाद लापता 17 जवान शहीद हो गए हैं। बस्तर आईजी पी. सुंदरराज ने इसकी पुष्टि की है। शहीद जवानों में 12 जवान डीआरजी के और पांच एसटीएफ के हैं। सभी जवान शनिवार से लापता थे। पुलिस द्वारा...
सुकमा: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ के बाद लापता 17 जवान शहीद हो गए हैं। बस्तर आईजी पी. सुंदरराज ने इसकी पुष्टि की है। शहीद जवानों में 12 जवान डीआरजी के और पांच एसटीएफ के हैं। सभी जवान शनिवार से लापता थे। पुलिस द्वारा शनिवार रात के बाद आज सुबह से फिर इन जवान की तलाश के लिए सर्चिंग ऑपरेशन चलाया गया था। नक्सली कल एनकाउंटर के दौरान 12 एके-47 समेत 15 हथियार भी लूटकर ले गए।
पुलिस सूत्रों के अनुसार कल दोपहर चिंतागुफा इलाके के कसालपाड़ मिनपा में नक्सलियों और पुलिस के बीच लगभग पांच घंटे तक मुठभेड़ हुई। इस सर्चिग ऑपरेशन में अलग-अगल कैपों से लगभग 400 जवान निकले थे, जिनमें केन्द्रीय सुरक्षा बल, आर्म टाक्स फोर्स तथा जिला रिजर्व पुलिस के जवान भी शामिल थे। मुठभेड़ में करीब 14 जवान घायल हो गए थे जिन्हें कल रात ही हेलिकॉप्टर से रायपुर ले जाया गया, जिनमें चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं, मुठभेड़ में पांच से छह नक्सलियों के मारे जाने की भी खबर भी है। बताया जा रहा है कि कई नक्सली घायल भी हुए हैं।
जवानों ने मारे गए एक नक्सली का शव बरामद कर लिया है। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को कसालपाड़ इलाके में बड़ी संख्या में नक्सलियों के जमा होने की खबर मिली थी। इसके बाद डीआरजी, एसटीएफ ओर कोबरा के जवान शुक्रवार को दोरनापाल से रवाना किए गए लेकिन नक्सलियों को जवानों के एनकाउंटर की भनक लग गई थी। नक्सलियों ने रणनीति के तहत जवानों को जंगलों के अंदर तक आने दिया लेकिन जब कोई हरकत न हुई तो जवान जैले ही वापिस लौटने लगे तो नक्सलियों ने पीछे से हमला बोल दिया। अचानक हुए इस हमले के कारण जवानों को संभलने का मौका नहीं मिला।