Edited By Parveen Kumar,Updated: 09 Sep, 2025 07:36 PM

भारत के उपराष्ट्रपति चुनाव का परिणाम आ गया है। इस चुनाव में कुल 767 सांसदों ने वोट डाले। इनमें से 15 वोट अमान्य घोषित किए गए। NDA के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने 452 वोटों के साथ जीत हासिल की है। वहीं, विपक्ष के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट...
नेशनल डेस्क: भारत के नए उपराष्ट्रपति एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को चुना गया है। उन्होंने अपने विरोधी INDIA गठबंधन के बी सुदर्शन रेड्डी को हराकर 452 वोटों के साथ बड़ी जीत हासिल की। सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले। इस पद पर जीत के लिए जरूरी 392 वोटों से कहीं ज्यादा वोट लेकर सीपी राधाकृष्णन ने एकतरफा जीत दर्ज की। चुनाव में कुल 767 सांसदों ने वोट डाले, जिनमें से 15 वोट अमान्य घोषित किए गए।
NDA को क्रॉस वोटिंग का फायदा
एनडीए के पास पहले से ही 427 सांसदों का समर्थन था। इसके साथ ही वाईएसआर कांग्रेस के 11 सांसदों ने भी एनडीए का साथ दिया। इसके अलावा, विपक्षी खेमे से 14 सांसदों ने क्रॉस वोटिंग करते हुए सीपी राधाकृष्णन को वोट दिया। इस तरह एनडीए को कुल 452 वोट मिले। बीजेपी ने दावा किया है कि विपक्ष के 14 सांसदों ने एनडीए के पक्ष में वोट डालकर क्रॉस वोटिंग की, जिससे विपक्ष को नुकसान हुआ।
विपक्ष ने दिखाई एकता, पर संख्या में पीछे
INDIA गठबंधन ने सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाकर एकता का संदेश देने की कोशिश की, लेकिन उनकी संख्या एनडीए से कम थी। रेड्डी ने कहा कि उन्होंने सांसदों से "अंतरात्मा की आवाज़ पर वोट करने" की अपील की थी, जिससे कुछ लोगों ने पाला बदल लिया।
वोटिंग प्रक्रिया और अमान्य वोट
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान मंगलवार को संसद भवन के वसुंधरा भवन में हुआ। सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक सांसदों ने वोट डाले। कुल 782 सांसदों को वोट डालने का अधिकार था, जिनमें से 767 ने मतदान किया। 15 वोट अमान्य पाए गए, जो कुल वोटों का लगभग 2% हैं।