Edited By Yaspal,Updated: 09 Dec, 2021 07:00 PM
बुधवार का दिन इतिहास के काले पन्नों में दर्ज हो गया, जब भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत अपनी पत्नी और स्टाफ के साथ तमिलनाडु के वैलिंग्टन के स्कूल में कार्यक्रम को संबोधित करने जा रहे थे। जनरल रावत सुलूर से हेलिकॉप्टर में सवार हुए और...
नेशनल डेस्कः बुधवार का दिन इतिहास के काले पन्नों में दर्ज हो गया, जब भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत अपनी पत्नी और स्टाफ के साथ तमिलनाडु के वैलिंग्टन के स्कूल में कार्यक्रम को संबोधित करने जा रहे थे। जनरल रावत सुलूर से हेलिकॉप्टर में सवार हुए और वैलिंग्टन पहुंचने से पहले उनका हैलिकॉप्टर क्रैश हो गया और जनरल रावत समेत 13 लोगों की जान चली गई। हादसा इतना बड़ा था कि जहां हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ, वहां के आस-पास के पेड़ उखड़ गए या फिर टूट कर जमीन पर धराशायी हो गए। हेलिकॉप्टर क्रैश खबर जैसे ही सामने आई, पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई।
हालांकि, तब तक जनरल रावत के निधन की खबर सामने नहीं आई थी, लोग उनकी सलामती की दुआएं करने लगे लेकिन शाम होते-होते जनरल रावत के निधन की खबर भी सामने आ गई और पूरा देश गम में डूब गया। इस बात का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है जब सीडीएस जनरल रावत समेत सभी मृतकों के शवों को एंबुलेंस के जरिए कन्नूर से दिल्ली के लिए जा रहा था तब उनके अंतिम दर्शन करने के लिए सड़क पर लोगों की कतार लग गई। हर कोई एबुंलेंस पर पुष्पवर्षा करके अंतिम विदाई दे रहा था। विदाई का आलम यह था कि वहां पर भीड़ में मौजूद लोगों की आंखों में आंसू रूक नहीं रहे थे। अपने वीर सिपाही को विदाई देने के लिए हर कोई घर से निकल सड़क पर आ गया।
सोशल मीडिया पर लोगों ने दी श्रद्धांजलि
सीडीएस जनरल रावत के निधन की खबर सुनते ही सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया सामने आई। लोग रावत को अपने-अपने तरीके से शोक संवेदनाएं प्रकट कर रहे हैं। कुछ ऐसी ही वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वारयल हो रहा है, जिसमें एक महिला रोती नजर आ रही है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। भाजपा नेता संबित पात्रा ने यह वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है।
इससे पहले जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्य अधिकारियों के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर फूलों से सुसज्जित कर एक सैन्य वाहनों से एमआरसी परिसर में लाया गया, जहां कई गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। बाद में शवों को कड़ी सुरक्षा के बीच एमआरसी से एंबुलेंस के जरिये सुलूर एयर बेस में लाया गया। जहां 80 किमी की इस दूरी को तय करने में लगभग दो घंटे का वक्त लगा। रास्ते के दोनों तरफ हजारों की तादात में लोग अपने हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लिये खड़े रहे और सेना अधिकारियों के पार्थिव शरीर पर फूल बरसाकर और उनके नाम के नारे लगाकर उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। सुलूर एयर बेस के बाहर भी‘भारत माता की जय'के नारे के साथ लोगों की भीड़ देखी गयी।