Edited By Anu Malhotra,Updated: 14 Jul, 2025 09:33 AM

पश्चिमी दिल्ली के तिलक नगर इलाके में एक शर्मनाक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। दो करीबियों के बीच एक मामूली विवाद इतना हिंसक रूप ले गया कि दोनों ने एक-दूसरे पर चाकू से वार कर अपनी जान गंवा दी। इस घटना...
नेशनल डेस्क: पश्चिमी दिल्ली के तिलक नगर इलाके में एक शर्मनाक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। दो करीबियों के बीच एक मामूली विवाद इतना हिंसक रूप ले गया कि दोनों ने एक-दूसरे पर चाकू से वार कर अपनी जान गंवा दी। इस घटना ने न केवल इलाके के लोगों को झकझोर दिया है, बल्कि दिल्ली में बढ़ती हिंसा की चिंताजनक तस्वीर भी उजागर कर दी है।
घटना का पूरा विवरण
यह दर्दनाक हादसा ख्याला बी ब्लॉक में हुआ, जहां संदीप और आरिफ नाम के दो दोस्त अपने परिवार के साथ रहते थे। दोनों की आपसी दोस्ती विवाद में तब्दील हो गई, जिसके बाद एक खूनी झड़प हुई। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, दोनों ने आपस में इतना तीखा झगड़ा किया कि उन्होंने एक-दूसरे पर चाकू से हमला कर दिया। इस हमले में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
संदीप का प्रोफेशन प्रॉपर्टी का कारोबार था, जबकि वह पहले एक जिम ट्रेनर भी रह चुका था। इस बात की जानकारी पुलिस को मिली है कि झगड़े की शुरुआत किसी छोटी बात को लेकर हुई थी, लेकिन फिलहाल विवाद की असली वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल भेज दिया है और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारी फिलहाल मामले के हर पहलू की तहकीकात कर रहे हैं और जल्द ही इस घटना की सच्चाई सामने लाने का प्रयास कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों में भय का माहौल
इस हत्या की घटना ने इलाके में भारी तनाव और भय का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय लोग ऐसे हिंसक हालातों को लेकर बेहद चिंतित हैं और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं। वहीं, पुलिस प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश भी जारी किए हैं।
पिछले कुछ हफ्तों में राजधानी में कई खौफनाक हत्याकांड सामने आए हैं। इनमें हाल ही में मजनू का टीला इलाके में 22 वर्षीय युवती और उसकी सहेली की चाकू से हत्या, और लाजपत नगर में एक महिला व उसके बेटे की हत्या जैसे मामले शामिल हैं। इन घटनाओं ने दिल्ली की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं और पुलिस प्रशासन पर सुरक्षा की जिम्मेदारी को लेकर दबाव भी बढ़ा है।