Edited By Anu Malhotra,Updated: 29 Jul, 2025 08:06 AM

बीती रात भारत की धरती एक बार फिर हिली, जब बंगाल की खाड़ी में 6.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप दर्ज किया गया। यह भूकंप 29 जुलाई की आधी रात 12:11 बजे आया और इसका कंपन अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के आस-पास महसूस किया गया। हालाँकि राहत की बात यह रही कि...
नई दिल्ली : बीती रात भारत की धरती एक बार फिर हिली, जब बंगाल की खाड़ी में 6.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप दर्ज किया गया। यह भूकंप 29 जुलाई की आधी रात 12:11 बजे आया और इसका कंपन अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के आस-पास महसूस किया गया। हालाँकि राहत की बात यह रही कि कोई जनहानि या संपत्ति के नुकसान की सूचना नहीं मिली है, लेकिन भूकंप की ताकत ने समंदर की गहराई में जोरदार हलचल मचा दी।
भूकंप का केंद्र कहां था?
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, भूकंप का केंद्र समुद्र तल से 10 किलोमीटर गहराई में था। इसका भौगोलिक स्थान 6.82° उत्तरी अक्षांश और 93.37° पूर्वी देशांतर पर चिन्हित किया गया। भूकंप की तीव्रता इतनी अधिक थी कि समुद्री सतह पर हलचल दर्ज की गई, हालांकि सुनामी जैसी किसी आपदा की संभावना से इनकार किया गया है।
नुकसान की स्थिति पर क्या बोले अधिकारी?
प्रशासन की मानें तो फिलहाल तटीय इलाकों व द्वीपों पर नजर रखी जा रही है और प्रभावों का आकलन किया जा रहा है। किसी भी प्रकार की आशंका से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन टीम अलर्ट पर है।
लगातार आ रहे झटके – यह सिर्फ शुरुआत?
गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले अरुणाचल प्रदेश के तिराप जिले में 3.5 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। इससे पहले 22 जुलाई को दिल्ली-एनसीआर में भी फरीदाबाद को केंद्र मानकर 3.2 तीव्रता का भूकंप आया था। विशेषज्ञ मानते हैं कि भूकंपीय गतिविधियों में यह बढ़ोतरी चिंता का विषय हो सकती है।