Edited By Tanuja,Updated: 27 Jul, 2021 06:10 PM
पाकिस्तान हिंदू लड़कियों के अपहरण के बाद जबरन धर्मांतरण व निकाह के मामले में पूरी दुनिया में बदनाम हो चुका है । इन मामलों की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ...
पेशावरः पाकिस्तान में हिंदू हिंदू लड़कियों की स्थिति बदतर होती जा रही है। इमरान खान के नए पाकिस्तान में जबरन धर्म परिवर्तन के लिए कुख्यात सिंध प्रांत हिंदू लड़कियों के लिए अभिशाप बन चुका है। यहां आए दिन हिंदू लड़कियों को जबरन अपहरण करके उनका धर्म परिवर्तन कर निकाह करवा दिया जाता है। यही वजह है कि पाकिस्तान हिंदू लड़कियों के अपहरण के बाद जबरन धर्मांतरण व निकाह के मामले में पूरी दुनिया में बदनाम हो चुका है । इन मामलों की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आलोचना के बाद अब पाक में हिंदू लड़कियों को धर्म परिवर्तन करवाने के नए तरीके के अपनाए जा रहे हैं।
पाक में अब हिंदू लड़कियों को पहले जाली दस्तावेजों के माध्यम से मुस्लिम बनाया जाता है। उनके मां-बाप भी दस्तावेजों में मुस्लिम बता दिए जाते हैं और फिर जबरन शादी रचा ली जाती है। ऐसा ही एक मामला सिंध प्रांत के बादिन जिले में आया है जहां रीना मेघवार नाम की हिंदू लड़की को पहले फर्जी कागजात बनाकर मुस्लिम बना दिया गया उसके बाद एक मुस्लिम से निकाह कर दिया गया। माता-पिता की गुहार पर उच्च न्यायालय की जांच में सारा भेद खुल गया। बाद में पुलिस ने रीना को मुक्त करा लिया है। डान अखबार के मुताबिक रीना का अपहरण होने के बाद जब पुलिस में शिकायत की गई तो स्थानीय अदालत में अपहरण करने वालों ने रीना को डरा-धमकाकर बयान दर्ज करा दिया कि उसने अपनी मर्जी से शादी की है।
13 फरवरी 21 को रीना कुमारी मेघवार नाम की लड़की का पहले अपहरण कर लिया गया और फिर बाद में उसका जबरन धर्म परिवर्तन कर एक अधेड़ मुस्लिम व्यक्ति कासिम खासखली ने निकाह कर लिया था। बाद में यह मुद्दा पाकिस्तान की संसद में भी गूंजा लेकिन अब रीना मेघवार और उसके माता-पिता के लंबी लड़ाई के बाद आज (26 जुलाई) कोर्ट के कहने पर उसे सिंध प्रान्त की बदीन पुलिस द्वारा उसके माता-पिता के हवाले कर दिया गया। इस शादी का वीडियो भी बनाया गया था। जो इंटरनेट मीडिया पर देखे जाने के बाद सारा भेद खुल गया। निकाह में रीना का नाम मरियम बताया गया था। शादी के लिए जो कागजात तैयार किए थे, उसमें माता-पिता भी मुस्लिम ही बताए गए थे। रीना के वास्तविक माता-पिता ने फिर सिंध उच्च न्यायालय में अपील की। अदालत ने जब पुलिस से जांच कराई तो हकीकत सामने आ गई। रीना ने उच्च न्यायालय में बताया कि उससे निचली अदालत में जबरन बयान दर्ज कराया गया था।