Edited By Parveen Kumar,Updated: 23 Jul, 2025 01:25 AM

तमिलनाडु की प्रमुख विपक्षी पार्टी AIADMK (ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम) ने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा ऐलान किया है। पार्टी के महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री ई.के. पलानीस्वामी (ईपीएस) ने मंगलवार (22 जुलाई) को कहा कि यदि राज्य में उनकी...
नेशनल डेस्क: तमिलनाडु की प्रमुख विपक्षी पार्टी AIADMK (ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम) ने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा ऐलान किया है। पार्टी के महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री ई.के. पलानीस्वामी (ईपीएस) ने मंगलवार (22 जुलाई) को कहा कि यदि राज्य में उनकी पार्टी की सरकार बनती है तो नवविवाहिताओं को सोने की थाली (मंगलसूत्र) और रेशमी साड़ी दी जाएगी।
रेशम बुनकरों से की मुलाकात, मदद का भरोसा
पलानीस्वामी ने यह वादा राज्य के रेशम हथकरघा बुनकरों से बातचीत के दौरान किया। उन्होंने कहा कि AIADMK सरकार बनने पर बुनकरों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए विशेष योजनाएं लाई जाएंगी। उन्होंने दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता द्वारा शुरू की गई विवाह सहायता योजना का ज़िक्र करते हुए कहा कि उसी तर्ज पर फिर से नवविवाहित दुल्हनों को साड़ी और सोना दिया जाएगा।
स्टालिन के बयान पर तीखा पलटवार
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के हालिया बयान पर पलानीस्वामी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। स्टालिन ने कहा था कि बीजेपी AIADMK को निगल जाएगी। इस पर पलानीस्वामी ने पलटवार करते हुए कहा, "क्या मैं कोई कीड़ा हूं जिसे मछली निगल जाएगी? आप तो अपने ही सहयोगियों को निगल रहे हैं।" पलानीस्वामी ने कहा कि AIADMK अपनी शर्तों पर ही गठबंधन करती है, और यदि जरूरत नहीं हो तो अकेले चुनाव लड़ने से पीछे नहीं हटेगी।
2026 विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी AIADMK
तमिलनाडु में 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं। पलानीस्वामी पहले भी कह चुके हैं कि उनकी पार्टी अपने दम पर बहुमत हासिल करेगी और राज्य में AIADMK की सरकार बनाएगी। उन्होंने साफ किया कि AIADMK किसी गठबंधन पर निर्भर नहीं है, और अगर जरूरत पड़ी तो सहयोगियों के साथ समझौता किया जाएगा।
बीजेपी के साथ गठबंधन, डीएमके-कांग्रेस सत्ता में
वर्तमान में डीएमके और कांग्रेस तमिलनाडु में सत्ता में हैं। वहीं विपक्ष में AIADMK अब बीजेपी के साथ गठबंधन कर चुनाव की तैयारी में है। पिछले लोकसभा चुनाव में डीएमके गठबंधन ने तमिलनाडु की लगभग सभी सीटों पर जीत दर्ज की थी, जिससे AIADMK पर दबाव बढ़ा है।