Edited By Yaspal,Updated: 28 Sep, 2020 06:49 PM
पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन के साथ जारी गतिरोध के बीच सरकार ने अग्रिम मोर्चों पर तैनात सेना के जवानों के लिए अत्याधुनिक राइफल और सेना तथा वायु सेना के लिए संचार उपकरणों सहित अन्य हथियारों की खरीद से संबंधित 2290 करोड़ रूपये के रक्षा सौदों को आज...
नई दिल्लीः पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन के साथ जारी गतिरोध के बीच सरकार ने अग्रिम मोर्चों पर तैनात सेना के जवानों के लिए अत्याधुनिक राइफल और सेना तथा वायु सेना के लिए संचार उपकरणों सहित अन्य हथियारों की खरीद से संबंधित 2290 करोड़ रूपये के रक्षा सौदों को आज मंजूरी दी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में यहां हुई रक्षा खरीद परिषद की बैठक में इन सौदों से संबंधित प्रस्तावों को हरी झंडी दिखाई गयी। यह खरीद घरेलू रक्षा उद्योग और विदेशी विक्रेताओं दोनों से की जायेगी। परिषद ने ‘बाय इंडियन' (आईडीडीएम) श्रेणी के लिए स्टेटिक एचएफ ट्रांस रिसिवर सेट और स्मार्ट एंटी एयरफील्ड वेपन की खरीद को मंजूरी दी है।
एचएफ रेडियो सेट सेना और वायु सेना की फील्ड यूनिटों के लिए निर्बाध संचार सुविधा उपलब्ध करायेगी और इन पर 540 करोड़ रूपये की लागत आने का अनुमान है। स्माटर् एंटी एयरफील्ड वेपन की खरीद पर करीब 970 करोड़ रूपये की लागत आयेगी और इससे नौसेना तथा वायु सेना की मारक क्षमता अधिक मजबूत बनेगी। रक्षा खरीद परिषद ने सेना के अग्रिम मोर्चों पर तैनात जवानों के लिए 780 करोड़ रूपये की लागत से अत्याधुनिक असाल्ट राइफल की खरीद के सौदे को भी मंजूरी दी है।