Edited By Anu Malhotra,Updated: 06 Sep, 2025 02:18 PM

दिल्ली-एनसीआर इलाके में जल्द ही एक नया शहर ‘ग्रेटर गाजियाबाद’ का विकास शुरू होने जा रहा है, जो 20 गांवों की किस्मत बदलने वाला है। यह परियोजना न केवल आधुनिक आवासीय और बुनियादी ढांचा सुविधाएं प्रदान करेगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगी। योगी...
नेशनल डेस्क: दिल्ली-एनसीआर इलाके में जल्द ही एक नया शहर ‘ग्रेटर गाजियाबाद’ का विकास शुरू होने जा रहा है, जो 20 गांवों की किस्मत बदलने वाला है। यह परियोजना न केवल आधुनिक आवासीय और बुनियादी ढांचा सुविधाएं प्रदान करेगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगी। योगी सरकार की योजना के तहत मुरादनगर के आसपास के ये गांव अब एक समृद्ध और व्यवस्थित शहर का हिस्सा बनेंगे, जहां स्मार्ट प्रशासन और बेहतर सुविधाएं लोगों के जीवन को बेहतर बनाएंगी। ग्रेटर गाजियाबाद बनने के साथ ही इस क्षेत्र का विकास तेज़ी से होगा और यह पूरे उत्तर भारत के लिए एक मॉडल शहर बनकर उभरेगा।
20 गांवों को एक साथ मिलाकर यह नया शहर तैयार किया जाएगा
इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत मुरादनगर के आसपास के करीब 20 गांवों को एक साथ मिलाकर यह नया शहर तैयार किया जाएगा। इसमें खोड़ा, लोनी, डासना नगर पंचायत सहित अन्य आसपास के क्षेत्र भी शामिल होंगे। कुल मिलाकर, प्रस्तावित शहर में 175 वार्ड होंगे, जो इसे एक विशाल और समृद्ध शहरी केंद्र बनाएंगे।
प्रशासनिक रूप से, इस नए शहर को कमिश्नरेट सिस्टम के तहत संचालित किया जाएगा, जहां प्रत्येक ज़ोन का प्रबंधन आईएएस अधिकारियों के नेतृत्व में होगा। इस तरह के प्रबंधन मॉडल से शहर में बेहतर नियंत्रण और तेज विकास सुनिश्चित होगा। ग्रेटर गाजियाबाद को 2031 के मास्टर प्लान में भी शामिल किया गया है, जिसके तहत आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक क्षेत्रों के संतुलित विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
सड़क नेटवर्क, सार्वजनिक परिवहन, अंडरपास, रेलवे स्टॉपेज और अन्य आधुनिक बुनियादी सुविधाओं का भी विकास किया जाएगा ताकि यहाँ रहने और काम करने वाले लोगों को पूरी सहूलियत मिल सके। यह नया शहरी केंद्र न केवल गाजियाबाद बल्कि पूरे उत्तर भारत के लिए एक स्मार्ट सिटी का रोल मॉडल बन सकता है।
योगी सरकार की इस पहल से न केवल स्थानीय लोगों को बेहतर जीवन सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि रोजगार के अवसरों में भी भारी बढ़ोतरी होगी। आने वाले वर्षों में ग्रेटर गाजियाबाद क्षेत्र की इस विकास यात्रा से प्रदेश के शहरी और आर्थिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।