Edited By Anu Malhotra,Updated: 28 Aug, 2025 09:03 AM

बीमारियों का बोझ सिर्फ शरीर ही नहीं, जेब पर भी पड़ता है। खासकर तब, जब किसी परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से ही कमजोर हो और इलाज के खर्चे आसमान छू रहे हों। ऐसे में भारत सरकार की ओर से चलाई जा रही ‘आयुष्मान भारत योजना’ उन लाखों परिवारों के लिए एक वरदान...
नेशनल डेस्क: बीमारियों का बोझ सिर्फ शरीर ही नहीं, जेब पर भी पड़ता है। खासकर तब, जब किसी परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से ही कमजोर हो और इलाज के खर्चे आसमान छू रहे हों। ऐसे में भारत सरकार की ओर से चलाई जा रही ‘आयुष्मान भारत योजना’ उन लाखों परिवारों के लिए एक वरदान बनकर सामने आई है, जो इलाज का खर्च नहीं उठा पाते।
अब राहत की बात यह है कि इस योजना के तहत मिलने वाला आयुष्मान कार्ड महज 24 घंटे में बनवाया जा सकता है – वो भी घर बैठे! इस कार्ड के जरिए कोई भी पात्र व्यक्ति सालाना ₹5 लाख तक का कैशलेस इलाज सरकारी या सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों में करवा सकता है।
आयुष्मान कार्ड बनवाने की प्रक्रिया
अगर आप इस योजना के पात्र हैं लेकिन अब तक आपने आयुष्मान कार्ड नहीं बनवाया है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। पूरी प्रक्रिया बेहद आसान और ऑनलाइन है:
-सबसे पहले आयुष्मान भारत की आधिकारिक वेबसाइट
पर जाएं।
-आधार कार्ड, राशन कार्ड और मोबाइल नंबर जैसी बुनियादी जानकारी भरें।
-आपके मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा, उसे दर्ज करें।
-सफल वेरिफिकेशन के बाद आपका आवेदन पूरा हो जाएगा और कार्ड जेनरेट हो जाएगा।
24 घंटे में मिलेगा कार्ड, तुरंत शुरू होगा फायदा
एक बार आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने पर 24 घंटे के भीतर आपका आयुष्मान कार्ड तैयार हो जाता है। आपको कहीं भागदौड़ नहीं करनी, न ही किसी एजेंट की ज़रूरत है। कार्ड बनते ही आप देशभर में आयुष्मान योजना से जुड़े किसी भी अस्पताल में मुफ्त इलाज करा सकते हैं।
क्या मिलेगा इस योजना में?
-प्रति परिवार ₹5 लाख सालाना का कैशलेस इलाज
-सरकारी और सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों में सुविधा
-बड़े ऑपरेशन, इलाज और दवाइयों का खर्च शामिल
-निःशुल्क भर्ती, जांच और फॉलो-अप सुविधाएं
कौन कर सकता है आवेदन?
-जिनके पास राशन कार्ड या NFSA कार्ड है
-जिनका नाम Socio Economic Caste Census (SECC) 2011 में शामिल है
-असंगठित क्षेत्र के मजदूर, भूमिहीन परिवार, या गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोग