Edited By Harman Kaur,Updated: 03 Sep, 2025 05:25 PM

देश के कई राज्यों में मानसून की बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है। दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति है। यूपी में भारी बारिश की संभावना नहीं, लेकिन उमस बढ़ सकती है। राजस्थान के 30 जिलों...
नेशनल डेस्क: देश के कई हिस्सों में मानसून की मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा रखी है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर सहित पूरे उत्तर भारत में बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
दिल्ली और एनसीआर
लगातार बारिश और डैम से छोड़े गए पानी के चलते यमुना नदी खतरे के निशान (205.33 मीटर) को पार कर 207.40 मीटर तक पहुंचने की संभावना है। निचले इलाकों में पानी घुस गया है और कई सड़कों पर जलभराव से यातायात प्रभावित है। मौसम विभाग ने 6 सितंबर तक दिल्ली-एनसीआर में रुक-रुक कर बारिश की चेतावनी दी है।
उत्तर प्रदेश
बारिश से मौसम सुहाना हो गया है, लेकिन 7 सितंबर तक भारी बारिश की कोई संभावना नहीं है। इसके चलते राज्य में उमस बढ़ने की आशंका है। पश्चिमी यूपी में 4 से 7 सितंबर के बीच कहीं-कहीं बारिश हो सकती है, जबकि पूर्वी हिस्सों में छिटपुट बौछारों की संभावना जताई गई है।
राजस्थान
4 और 5 सितंबर को पूर्वी राजस्थान में अच्छी बारिश के आसार हैं। इसके बाद मानसून की गतिविधियां धीमी हो जाएंगी। मौसम विभाग ने 30 जिलों में अलर्ट जारी किया है, जिनमें से 28 पूर्वी और 2 पश्चिमी राजस्थान के जिले शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर
भारी बारिश से नदियों और जलाशयों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। सड़कों और भवनों को नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग ने 4 सितंबर को भारी बारिश, तेज हवाओं और पहाड़ी इलाकों में हल्की बर्फबारी की संभावना जताई है। गुलमर्ग, पहलगाम और सोनमर्ग जैसे क्षेत्रों में बर्फबारी की आशंका बनी हुई है।