Edited By Radhika,Updated: 26 Dec, 2025 12:48 PM

अक्सर माना जाता है कि लिवर की बीमारियाँ केवल शराब के अत्यधिक सेवन से होती हैं, लेकिन चिकित्सा विशेषज्ञों ने इस धारणा को गलत बताया है। हार्वर्ड के प्रसिद्ध गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉक्टर ने चेतावनी दी है कि हमारी रोजमर्रा की जीवनशैली में शामिल 3 खास...
नेशनल डेस्क: अक्सर माना जाता है कि लिवर की बीमारियाँ केवल शराब के अत्यधिक सेवन से होती हैं, लेकिन चिकित्सा विशेषज्ञों ने इस धारणा को गलत बताया है। हार्वर्ड के प्रसिद्ध गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉक्टर ने चेतावनी दी है कि हमारी रोजमर्रा की जीवनशैली में शामिल 3 खास तरह की ड्रिंक्स 'फैटी लिवर' के मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो सकती हैं। डॉक्टर के अनुसार यदि समय रहते इन ड्रिंक्स से तौबा नहीं की गई, तो यह लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर स्थिति पैदा कर सकती हैं।
लिवर के लिए 'मीठा जहर' साबित होती हैं ये चीजें
1. सॉफ्ट ड्रिंक्स और सोडा: प्यास बुझाने के लिए इस्तेमाल होने वाले सोडा और कोल्ड ड्रिंक्स में 'फ्रुक्टोज' की मात्रा बहुत अधिक होती है। जब लिवर इतनी भारी मात्रा में चीनी को प्रोसेस नहीं कर पाता, तो वह इसे फैट में बदल देता है। यही फैट धीरे-धीरे लिवर में सूजन और खराबी का कारण बनता है।
2. एनर्जी और स्पोर्ट्स ड्रिंक्स: फिटनेस के शौकीन युवाओं के बीच लोकप्रिय ये ड्रिंक्स असल में लिवर पर अतिरिक्त दबाव डालती हैं। इनमें मौजूद कैफीन और आर्टिफिशियल स्वीटनर्स का मिश्रण लिवर की कोशिकाओं के लिए हानिकारक हो सकता है।
3. बोबा टी (Boba Tea): आजकल ट्रेंड में चल रही बोबा टी को डॉक्टर "शुगर बम" की संज्ञा देते हैं। इसमें इस्तेमाल होने वाली क्रीम और साबूदाने की बॉल्स कैलोरी और चीनी से भरपूर होती हैं, जो लिवर में फैट की परत को तेजी से मोटा करती हैं।

विशेषज्ञों की राय
डॉक्टर सेठी का कहना है कि लिवर में खुद को ठीक करने की अद्भुत क्षमता होती है, लेकिन इसके लिए उसे हानिकारक पदार्थों से बचाना जरूरी है। फैटी लिवर के मरीजों को इन मीठी ड्रिंक्स की जगह सादा पानी, बिना चीनी का नींबू पानी या ब्लैक कॉफी जैसे विकल्पों को चुनना चाहिए।