Edited By Pardeep,Updated: 16 Sep, 2025 02:05 AM

चीन में हुए स्पीड स्केटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत ने अपनी पहली गोल्ड मेडल जीतकर खेल के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा है। 22 वर्षीय आनंदकुमार वेलकुमार ने सीनियर मेन्स 1000 मीटर स्प्रिंट रेस में 1:24.924 की समय के साथ बाजी मारकर भारत के लिए यह...
नेशनल डेस्कः चीन में हुए स्पीड स्केटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत ने अपनी पहली गोल्ड मेडल जीतकर खेल के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा है। 22 वर्षीय आनंदकुमार वेलकुमार ने सीनियर मेन्स 1000 मीटर स्प्रिंट रेस में 1:24.924 की समय के साथ बाजी मारकर भारत के लिए यह गौरवपूर्ण पल लाया। वह इस स्पोर्ट में भारत के पहले विश्व चैंपियन बने हैं।
इतिहास रचा: ब्रॉन्ज और गोल्ड दोनों पदक भारत के नाम
यह सफलता आनंदकुमार के लिए और भी खास थी क्योंकि इससे एक दिन पहले ही उन्होंने इसी चैंपियनशिप में 500 मीटर स्प्रिंट में 43.072 सेकंड का समय लेकर ब्रॉन्ज मेडल जीता था। यह भारत का स्पीड स्केटिंग में पहला सीनियर विश्व चैंपियनशिप पदक था। वहीं, जूनियर कैटेगरी में कृष्ण शर्मा ने 1000 मीटर स्प्रिंट में गोल्ड जीतकर भारत के लिए एक और बड़ी खुशी दी। इस तरह भारत ने विश्व चैंपियनशिप में दो गोल्ड मेडल जीतकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा।
रोलर स्पोर्ट्स में भारत की नई पहचान
इस साल की शुरुआत में, आनंदकुमार ने चेंगदू में हुए वर्ल्ड गेम्स में भी भारत के लिए पहला पदक जीत कर इतिहास बनाया था। 1000 मीटर स्प्रिंट में उनका ब्रॉन्ज मेडल रोलर स्पोर्ट्स में भारत की पहली उपलब्धि थी।
आनंदकुमार का सफर: जूनियर से विश्व स्तरीय चैंपियन
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2021 में जूनियर विश्व चैंपियनशिप में 15 किलोमीटर एलिमिनेशन रेस में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था, जिससे उनकी प्रतिभा दुनिया के सामने आई।
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2023 में हांगझोउ एशियाई खेलों में 3000 मीटर टीम रिले में भारत को ब्रॉन्ज दिलाया।
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2025 के वर्ल्ड गेम्स में चेंगदू में ब्रॉन्ज जीत कर भारत के रोलर स्पोर्ट्स में नया कीर्तिमान स्थापित किया।
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बस कुछ दिन पहले ही विश्व चैंपियनशिप में 500 मीटर स्प्रिंट में ब्रॉन्ज और 1000 मीटर स्प्रिंट में गोल्ड जीतकर भारत के लिए पहला विश्व खिताब जीता।
भारतीय स्केटिंग के लिए नया युग
आनंदकुमार वेलकुमार की लगातार शानदार प्रदर्शन ने उन खेलों की परंपरा को तोड़ दिया है जिनमें अब तक यूरोप, लैटिन अमेरिका और पूर्वी एशिया के खिलाड़ी ही सबसे आगे रहे हैं। उनकी यह सफलता भारतीय रोलर स्पोर्ट्स के लिए क्रांतिकारी साबित हो रही है और भारत को विश्व स्तर पर एक नई पहचान दिला रही है।
भारत का बढ़ता स्केटिंग प्रभाव
आनंदकुमार की उपलब्धियां न केवल व्यक्तिगत सफलता हैं, बल्कि भारत के लिए भी एक बड़ी जीत हैं। एशियाई खेल, विश्व खेल, जूनियर विश्व चैंपियनशिप और अब विश्व चैंपियनशिप में भारत के लिए मेडल जीतकर उन्होंने साबित कर दिया है कि भारत भी स्केटिंग की दुनिया में अपना दबदबा बना सकता है।