Edited By Harman Kaur,Updated: 25 Jul, 2025 04:12 PM

भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) ने फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर साइन कर दिया है। इस समझौते के बाद दोनों देशों के बीच कारोबार पर लगने वाला टैक्स काफी हद तक कम या खत्म हो जाएगा। इसका सीधा फायदा आम लोगों को मिलेगा, क्योंकि UK से आने वाले प्रोडक्ट्स सस्ते...
नेशनल डेस्क: भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) ने फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर साइन कर दिया है। इस समझौते के बाद दोनों देशों के बीच कारोबार पर लगने वाला टैक्स काफी हद तक कम या खत्म हो जाएगा। इसका सीधा फायदा आम लोगों को मिलेगा, क्योंकि UK से आने वाले प्रोडक्ट्स सस्ते हो जाएंगे। स्कॉच व्हिस्की, कपड़े, जूते और चमड़े के उत्पादों पर इसका सबसे ज्यादा असर दिखेगा।
स्कॉटलैंड में बनने वाली स्कॉच व्हिस्की (Scotch Whisky) भारत में काफी लोकप्रिय है। सिंगल माल्ट स्कॉच, सिंगल ग्रेन, ब्लेंडेड स्कॉच और कई प्रीमियम वेराइटी भारतीय मार्केट में बिकती हैं। अभी इन पर 150% इम्पोर्ट ड्यूटी लगती है। लेकिन FTA लागू होते ही ये घटकर 75% हो जाएगी और अगले 10 साल में इसे 40% तक लाने की योजना है। इसका मतलब है कि जॉनी वॉकर ब्लैक लेबल जैसी प्रीमियम व्हिस्की की बोतल, जो अभी 4,000-5,000 रुपए में मिलती है, वह 2,500-3,000 रुपए में मिलने लगेगी।
2024 में भारत का व्हिस्की मार्केट करीब 30 अरब डॉलर का था, जिसमें स्कॉच की हिस्सेदारी सिर्फ 2-3% थी। FTA के बाद ये बढ़कर 5-7% तक पहुंच सकती है। डियाजियो (जॉनी वॉकर, तालिस्कर) और पर्नोड रिकार्ड (चिवास रीगल) जैसी ब्रिटिश कंपनियां भारतीय बाजार में और मजबूत पकड़ बना सकती हैं।
सिर्फ व्हिस्की ही नहीं, FTA से इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े, मरीन प्रोडक्ट्स, ज्वेलरी और स्टील-मेटल जैसे उत्पाद भी सस्ते हो सकते हैं। हालांकि, कुछ एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स और ऑटोमोबाइल महंगे हो सकते हैं।
भारत को इस समझौते से बड़ा फायदा होगा, क्योंकि भारत UK को ज्यादा चीजें एक्सपोर्ट करता है। भारत के 99% एक्सपोर्ट प्रोडक्ट्स पर टैक्स खत्म हो सकता है जबकि ब्रिटेन की 90% चीजों पर टैरिफ कम होगा। अभी दोनों देशों के बीच सालाना 27-30 अरब डॉलर का कारोबार है। FTA के बाद 2030 तक यह कारोबार बढ़कर 120 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।