Edited By Rahul Singh,Updated: 19 Nov, 2025 04:04 PM
अंतरराष्ट्रीय गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से भारत लाया गया है। उस पर देशभर में 20 से अधिक गंभीर मामले दर्ज हैं। सबसे पहले NIA उसकी कस्टडी लेगी, इसके बाद दिल्ली, मुंबई, पंजाब और राजस्थान पुलिस भी उसे पूछताछ के लिए ले जाएगी। सुरक्षा को लेकर...
नेशनल डेस्कः अंतरराष्ट्रीय गैंगस्टर और लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई अनमोल बिश्नोई आखिरकार अमेरिका से भारत लाया गया है। देशभर में 20 से ज्यादा संगीन मामले झेल रहा अनमोल अब लंबी कानूनी प्रक्रिया का सामना करेगा। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि उसे किस जेल में रखा जाएगा? क्योंकि उसके दुश्मन गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा के लोग कई जेलों में पहले से मौजूद हैं, और ऐसे में उसकी सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। NIA से लेकर दिल्ली, मुंबई, पंजाब और राजस्थान की पुलिस हर एजेंसी उसकी कस्टडी लेने की तैयारी में है। भारत वापसी के साथ ही अनमोल बिश्नोई पर सुरक्षा, पूछताछ और गैंगवार तीनों मोर्चों पर खतरा मंडरा रहा है।
कौन है अनमोल बिश्नोई?
अनमोल बिश्नोई उर्फ भानू, पंजाब के फाजिल्का जिले के गांव दूतारावाली का रहने वाला है। वह कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई है। लॉरेंस ने 2011 में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में SOPU संगठन बनाकर छात्र राजनीति में प्रवेश किया था, जिसके बाद से लगातार उसके गैंग की दुश्मनी कई ग्रुपों से बढ़ती गई।
क्राइम वर्ल्ड में अनमोल की एंट्री
लॉरेंस ने 2016 में अनमोल को पढ़ाई के लिए जोधपुर भेजा, लेकिन वहां भी उस पर मारपीट और अवैध हथियारों के तीन केस दर्ज हो गए। 2016-17 में राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के कई कारोबारी से फिरौती वसूली के दौरान भी वह लॉरेंस के साथ सक्रिय रूप से शामिल रहा।
सबसे पहले NIA लेगी कस्टडी
भारत पहुंचते ही अनमोल को सबसे पहले NIA की कस्टडी में सौंपा जाएगा। एजेंसी ने उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था और वह ऑर्गनाइज्ड क्राइम सिंडीकेट केस में वांटेड भी है। NIA की कस्टडी समाप्त होने के बाद मामला दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को सौंपा जाएगा। दिल्ली के 2023 सनलाइट कॉलोनी वसूली केस में अनमोल ने एक बिजनेसमैन को धमकी भरा कॉल किया था और उसके घर के बाहर फायरिंग करवाई थी। यह केस आरके पुरम यूनिट में दर्ज हुआ था। इसके बाद दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल भी उसे अपनी कस्टडी में लेगी।
मुंबई, पंजाब और राजस्थान पुलिस भी लाइन में
मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में अनमोल की कस्टडी लेगी। चार्जशीट के अनुसार हत्या की पूरी प्लानिंग, शूटर्स की व्यवस्था और हथियार अनमोल ने ही उपलब्ध कराए थे।पंजाब पुलिस उसे सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में कस्टडी में लेगी। राजस्थान पुलिस की FIR भी अनमोल पर दर्ज है और वहां उसके सिर पर 1 लाख रुपये का इनाम था। कुल मिलाकर 20 से अधिक मामले देशभर में अनमोल के खिलाफ दर्ज हैं।
लॉरेंस बिश्नोई का खास साथी
अनमोल सिर्फ आम बदमाश नहीं, बल्कि अपने भाई लॉरेंस बिश्नोई का खास साथी और गैंग का वास्तविक उत्तराधिकारी माना जाता है। इसी कारण सुरक्षा एजेंसियां यह तय कर रही हैं कि उसे तिहाड़ जेल भेजा जाए या फिर लॉरेंस की तरह गुजरात की साबरमती जेल में रखा जाए। लॉरेंस बिश्नोई गैंग दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र, चंडीगढ़, पश्चिम बंगाल, बिहार, यूपी, उत्तराखंड, हिमाचल, एमपी और गुजरात सहित 13 राज्यों में सक्रिय है। इसके अलावा कनाडा, अमेरिका, पुर्तगाल, दुबई, अज़रबैजान, फिलीपींस और लंदन तक इसका अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क फैला हुआ है।
गैंग का वर्चुअल मॉडल
गैंग में करीब 1000 सक्रिय सदस्य हैं-शूटर, सप्लायर, रैकी टीम, सोशल मीडिया हैंडलर और शेल्टर देने वाले। गैंग पूरी तरह सिग्नल ऐप और वर्चुअल नंबरों पर काम करता है। दिलचस्प बात यह है कि कई सदस्य एक-दूसरे को पहचानते भी नहीं।
गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा
गोल्डी बराड़ (पंजाब) और रोहित गोदारा (राजस्थान) अनमोल और लॉरेंस के सबसे बड़े विरोधी हैं। हाल ही में दुबई में गोदारा ने लॉरेंस गैंग के एक फाइनेंसर की हत्या करवाई थी, जिसके बाद दोनों गैंगों की दुश्मनी खुलकर सामने आ चुकी है।
अनमोल की जेल में सुरक्षा सबसे बड़ा मुद्दा
विभिन्न राज्यों की कस्टडी पूरी होने के बाद अनमोल को जेल भेजा जाएगा। लेकिन सबसे बड़ी चुनौती यही है कि उसे कहां रखा जाए? तिहाड़ या साबरमती — क्योंकि विरोधी गैंग के लोग कई जेलों में पहले से मौजूद हैं और यह अनमोल की जान के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है।