Edited By Pardeep,Updated: 21 Jun, 2025 06:37 AM

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जहां देशभर में लाखों लोग योग में हिस्सा ले रहे हैं, वहीं भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवानों ने भी इस दिन को अद्वितीय और प्रेरणादायक बना दिया।
नेशनल डेस्कः अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जहां देशभर में लाखों लोग योग में हिस्सा ले रहे हैं, वहीं भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवानों ने भी इस दिन को अद्वितीय और प्रेरणादायक बना दिया।
आईटीबीपी की 24वीं बटालियन के जवानों ने लेह के ऊंचाई वाले दुर्गम क्षेत्र में, करीब 14,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित प्रसिद्ध पैंगोंग त्सो झील के किनारे योगाभ्यास किया। यह स्थान समुद्र तल से लगभग 4,267 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जहां तापमान अक्सर शून्य के आसपास रहता है और ऑक्सीजन की मात्रा सामान्य से काफी कम होती है।
कठिन हालात में योग का अभ्यास
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पैंगोंग झील के बर्फीले किनारे पर जवानों ने कॉमन योगा प्रोटोकॉल के तहत योगासन किए।
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-10°C से भी नीचे के तापमान और कम ऑक्सीजन के बीच भी जवानों ने अनुशासन और समर्पण के साथ योगाभ्यास कर यह संदेश दिया कि योग सिर्फ अभ्यास नहीं, बल्कि आत्मबल और मानसिक शक्ति का प्रतीक है।
देश की सीमाओं पर भी योग का उत्सव
पैंगोंग झील का महत्व
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पैंगोंग त्सो झील लद्दाख और तिब्बत की सीमा पर स्थित एक अंतरराष्ट्रीय झील है, जिसका एक हिस्सा चीन में भी स्थित है।
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यह क्षेत्र सामरिक दृष्टि से बेहद संवेदनशील है, जहां ITBP जवान देश की सुरक्षा में हर समय मुस्तैद रहते हैं।