Edited By Rohini Oberoi,Updated: 01 Sep, 2025 09:29 AM

नेपाल में पुलिस ने एक बड़े और खतरनाक अवैध किडनी रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस ने रैकेट के सरगना श्याम कृष्ण भंडारी समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह रैकेट पिछले पांच सालों से चल रहा था और इसने 100 से ज्यादा नेपालियों को धोखा दिया...
नेशनल डेस्क। नेपाल में पुलिस ने एक बड़े और खतरनाक अवैध किडनी रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस ने रैकेट के सरगना श्याम कृष्ण भंडारी समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह रैकेट पिछले पांच सालों से चल रहा था और इसने 100 से ज्यादा नेपालियों को धोखा दिया है।
कैसे हुआ रैकेट का खुलासा?
नेपाल पुलिस के मानव तस्करी निरोधक ब्यूरो ने इस मामले की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इस रैकेट का सरगना 38 वर्षीय श्याम कृष्ण भंडारी था जिसे शनिवार को उसके साथी के साथ गिरफ्तार किया गया। इससे पहले तीन अन्य लोगों को भी पकड़ा जा चुका था। इन सभी की गिरफ्तारी काठमांडू और दिल्ली के बीच चलने वाले इस रैकेट की जांच के दौरान हुई।
पुलिस के मुताबिक भंडारी और उसका साथी नेपाल के अलग-अलग ग्रामीण इलाकों से भोले-भाले लोगों को बहकाकर दिल्ली भेजते थे। वहां निजी क्लीनिकों में इन लोगों की किडनी निकाल ली जाती थी।
यह भी पढ़ें: Big Plane Crash In America: एयरपोर्ट पर 2 विमानों की टक्कर का Video आया सामने, देखें कैसे आग का गोला बने प्लेन
भारतीय आधार कार्ड का इस्तेमाल
पुलिस की पूछताछ में यह भी सामने आया है कि भंडारी किडनी बेचने के बदले नेपाली नागरिकों को 6 लाख नेपाली रुपये देने का वादा करता था। इतना ही नहीं वह भारत में इस रैकेट को चलाने के लिए भारतीय आधार कार्ड का भी इस्तेमाल कर रहा था।
इस जघन्य अपराध में शामिल लोगों के खिलाफ मानव तस्करी विरोधी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस कानून के तहत अधिकतम 10 साल की जेल और भारी जुर्माने का प्रावधान है।