Edited By Anu Malhotra,Updated: 20 Nov, 2025 10:54 AM

बेंगलुरु के जेपी नगर इलाके में बुधवार दोपहर एक बेहद दुस्साहसिक और योजनाबद्ध अपराध हुआ। एक निजी बैंक की एटीएम वैन, जिसमें करोड़ों की नकदी थी, को बीच सड़क पर रोककर लुटेरों ने 7 करोड़ 11 लाख रुपए की रकम छीन ली। आरोपियों ने खुद को आयकर और रिज़र्व बैंक...
नेशनल डेस्क: बेंगलुरु के जेपी नगर इलाके में बुधवार दोपहर एक बेहद दुस्साहसिक और योजनाबद्ध अपराध हुआ। एक निजी बैंक की एटीएम वैन, जिसमें करोड़ों की नकदी थी, को बीच सड़क पर रोककर लुटेरों ने 7 करोड़ 11 लाख रुपए की रकम छीन ली। आरोपियों ने खुद को आयकर और रिज़र्व बैंक के अधिकारी बताकर कर्मचारियों को भ्रमित किया और नकदी अपने कब्जे में ले भागे।
वारदात का चालाक तरीका
घटना स्थल पर एक एसयूवी वैन अचानक एटीएम वैन के सामने रुक गई। वाहन में बैठे अपराधियों ने कर्मचारियों को धमकाया कि वे सरकारी अधिकारी हैं और नकदी की जांच के लिए दस्तावेज़ की जांच करना जरूरी है। इसके बहाने उन्होंने कर्मचारियों को अपनी कार में बैठाया और डेयरी सर्कल ले जाकर वहीं छोड़ दिया। इस बीच नकदी कार में रखकर आरोपी फरार हो गए।
सुरक्षाकर्मियों के सामने हुई लूट
वैन में एक चालक, दो हथियारबंद सुरक्षाकर्मी और एक नकदी जमाकर्ता मौजूद थे। शुरुआती जांच में यह पता चला कि SUV फर्जी नंबर प्लेट और पीछे ‘Government of India’ का बोर्ड लगाए हुए थी। पुलिस अब घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
लूट की योजना कई दिन पहले से बन रही थी
पुलिस के अनुसार यह लूट अचानक नहीं हुई थी। लुटेरों ने वैन की मूवमेंट को कई दिन तक ट्रैक किया। उन्होंने वैन का पिछला दरवाजा खोलकर नकदी को व्यवस्थित तरीके से अपनी कार में स्थानांतरित किया। प्रारंभिक जांच में वैन चालक की संदेहजनक हरकतों और बयान बदलने की वजह से अंदरूनी मिलीभगत की संभावना जताई जा रही है।