Edited By Yaspal,Updated: 13 Jan, 2020 08:40 PM
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को दावा किया कि नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ संसदीय स्थायी समिति में सबसे पहले उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने आवाज उठाई थी और संशोधित नागरिकता कानून...
कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को दावा किया कि नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ संसदीय स्थायी समिति में सबसे पहले उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने आवाज उठाई थी और संशोधित नागरिकता कानून पर उनके विरोध पर कोई सवाल नहीं उठा सकता।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि संसदीय स्थाई समिति के रिकॉर्ड साफ कहते हैं कि तृणमूल कांग्रेस ने समिति की बैठक में कैब पर सबसे पहले विरोध दर्ज कराया था। उन्होंने अपने खिलाफ बोल रहे विपक्षी दलों से इसकी पड़ताल करने को कहा।
वाम दलों और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ संघर्ष में मेरे और तृणमूल कांग्रेस के योगदान पर कोई सवाल नहीं उठा सकता या शक नहीं जता सकता।'' दोनों दलों ने नाम लिये बिना ममता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ‘गुप्त समझ' होने का आरोप लगाया था।