CoinDCX पर बड़ा साइबर हमला: ₹380 करोड़ की चोरी, जल्दी चेक करें अपना फंड

Edited By Updated: 20 Jul, 2025 02:07 PM

massive cyberattack on coindcx  380 crore stolen user funds safe

भारत की सबसे भरोसेमंद क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों में शामिल CoinDCX को एक गंभीर साइबर हमले का सामना करना पड़ा है, जिसमें हैकर्स ने कंपनी के एक इंटरनल ट्रेज़री अकाउंट से ₹380 करोड़ ($44 मिलियन) की भारी-भरकम रकम चुरा ली है। हालांकि कंपनी ने दावा किया है...

नेशनल डेस्क: भारत की सबसे भरोसेमंद क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों में शामिल CoinDCX को एक गंभीर साइबर हमले का सामना करना पड़ा है, जिसमें हैकर्स ने कंपनी के एक इंटरनल ट्रेज़री अकाउंट से ₹380 करोड़ ($44 मिलियन) की भारी-भरकम रकम चुरा ली है। हालांकि कंपनी ने दावा किया है कि ग्राहकों के फंड पूरी तरह सुरक्षित हैं, लेकिन इस खबर के बाद से निवेशकों में चिंता बढ़ गई है। अगर आपने भी CoinDCX पर निवेश कर रखा है, तो यह खबर आपके लिए बेहद ज़रूरी है। आइए जानें कि यह हमला कैसे हुआ, कंपनी ने अब तक क्या कदम उठाए हैं, और आपको क्या सावधानी बरतनी चाहिए।

कैसे हुआ ये हमला?

CoinDCX के को-फाउंडर और CEO सुमित गुप्ता ने बताया कि यह हमला एक sophisticated server breach था। यानी हैकर्स ने एक बेहद उन्नत तकनीक के जरिये कंपनी के इंटरनल सिक्योरिटी सिस्टम को तोड़ा और फंड चुरा लिए। जिस अकाउंट से चोरी हुई वह एक पार्टनर एक्सचेंज पर लिक्विडिटी मैनेजमेंट के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। जैसे ही हैक की जानकारी मिली, CoinDCX की टीम ने उस अकाउंट को तुरंत आइसोलेट कर दिया ताकि आगे का नुकसान रोका जा सके।

 यूज़र फंड सुरक्षित हैं

CoinDCX ने साफ कहा है कि यह हमला सिर्फ एक इंटरनल ऑपरेशनल ट्रेज़री अकाउंट तक सीमित रहा है। इसका कोई असर ग्राहकों के वॉलेट या ट्रेडिंग अकाउंट्स पर नहीं पड़ा है।

कंपनी खुद उठाएगी नुकसान की जिम्मेदारी

CoinDCX के को-फाउंडर नीरज खंडेलवाल ने बताया कि चोरी हुई रकम कंपनी की अपनी ट्रेज़री से थी और इस नुकसान की भरपाई कंपनी खुद करेगी। उनका कहना है कि – "हमारा सबसे पहला लक्ष्य यूज़र फंड्स की सुरक्षा था, और इसमें हम पूरी तरह सफल रहे।" इस घटना के बाद कंपनी ने ऐलान किया है कि वे जल्द ही एक Bug Bounty प्रोग्राम शुरू करेंगे, जिसके तहत सिक्योरिटी सिस्टम में कमजोरियों की पहचान कर उन्हें सुधारने का काम होगा।

रिकवरी के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?

CoinDCX की तकनीकी टीम इस घटना की पूरी जांच कर रही है। साथ ही, वे अपने पार्टनर एक्सचेंज के साथ मिलकर फंड को ट्रैक और रिकवर करने की कोशिश कर रहे हैं। कंपनी ने पारदर्शिता बनाए रखते हुए हर अपडेट यूज़र्स को समय-समय पर देने का वादा किया है।

भारत में दूसरा सबसे बड़ा क्रिप्टो अटैक

CoinDCX पर यह हमला भारत के क्रिप्टो इतिहास में दूसरे सबसे बड़े साइबर हमले के रूप में दर्ज हो गया है। इससे पहले जुलाई 2024 में WazirX के वॉलेट से $234 मिलियन (₹1950 करोड़) की चोरी हुई थी, जिससे कंपनी को अपनी सेवाएं अस्थायी रूप से रोकनी पड़ी थीं। CoinDCX की त्वरित प्रतिक्रिया और पारदर्शिता को क्रिप्टो कम्युनिटी ने काफी सराहा है।

CEO सुमित गुप्ता का बयान

सुमित गुप्ता ने कहा  "हर सिक्योरिटी घटना एक सीख होती है। हम इस हमले को एक अवसर की तरह देख रहे हैं, जिससे हमारी टीम और मजबूत बनेगी। अब समय है कि इंडस्ट्री साइबर थ्रेट्स के खिलाफ एकजुट हो जाए।"

साइबर सुरक्षा के लिए आगे की रणनीति

इस घटना के बाद CoinDCX और अन्य क्रिप्टो कंपनियों को यह समझ में आया है कि सिर्फ ग्राहकों के फंड नहीं बल्कि ऑपरेशनल अकाउंट्स की सिक्योरिटी भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। अगले कुछ हफ्तों में CoinDCX अपने सिक्योरिटी इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाने वाली है।

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