Edited By Seema Sharma,Updated: 26 Apr, 2020 03:00 PM
पूरा देश इस समय जानलेेवा महामारी कोरोना का सामना कर रहा है। इसी बीच एक रहस्यमयी वायरस से 1950 से अधिक सूअरों की मौत हो गई है। असम के छह जिले इस रहस्यमयी वायरस की चपेट में हैं जिससे एक हफ्ते के अंदर 1950 से ज्यादा सूअर अब तक मर चुके हैं। राज्य सरकार...
नेशनल डेस्कः पूरा देश इस समय जानलेेवा महामारी कोरोना का सामना कर रहा है। इसी बीच एक रहस्यमयी वायरस से 1950 से अधिक सूअरों की मौत हो गई है। असम के छह जिले इस रहस्यमयी वायरस की चपेट में हैं जिससे एक हफ्ते के अंदर 1950 से ज्यादा सूअर अब तक मर चुके हैं। राज्य सरकार ने शनिवार को सुअर और उनके मीट खरीद पर बैन लगा दिया है।कृषि मंत्री अतुल बोरा ने बताया कि आदेश जारी किया है कि जो लोग सूअरों के व्यवसाय में हैं उन लोगों का एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना बैन है। सूअरों और उनके मीट की खरीद-फरोख्त पर भी पूरी तरह से बैन है। कृषि मंत्री ने बताया कि हमें सूअरों के अप्रकृतिक ढंग से मरने की सूचना मिली थी। प्रभावित इलाके में टीमें गई और मरे हुए सूअरों का सैंपल लिया।
नॉर्थ ईस्टर्न रीजनल डिजीज डायग्नॉस्टिक लैबोरैटरी और बायोसेफ्टी लेवल-3 लैबोरैटरी ने सूअरों के सैंपल लिए गए। जो रिपोर्ट आई है उससे सुअरों की मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है, ऐसे में किसी अनजान वायरस की आशंका है। कृषि मंत्री ने बताया कि सबी सैंपलों को अब नैशनल इंस्टिटियूट ऑफ हाई सिक्यॉरिटी ऐनिमल डिसीज भोपाल में बेजा गया है। भोपाल से रिपोर्ट आने के बाद अगला कदम उठाएंगे और फिलहाल राज्य में सभी बूचड़खाने बंद कर दिए गए हैं। वहीं स्वस्थ मंत्री ने बताया कि अन्य पशुओं को टीका लगवाया गया है और कई सुअर स्वस्थ हैं। हालांकि यह बीमारी ज्यादा न फैले, इसलिए उन छह जिलों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है जहां सुअर मरे हैं।