अब जंगल और गांवों में भी मिलेगा OYO Rooms का अनुभव, कंपनी ने कर डाली बड़ी डील

Edited By Updated: 09 Aug, 2025 11:56 PM

now you will get the experience of oyo rooms in forests and villages too

देश में अब शहरी ही नहीं, बल्कि दूर-दराज के गांवों और जंगलों में भी पर्यटकों को मिलेगा OYO Rooms जैसा आरामदायक और सुरक्षित ठहराव। ओयो होम्स (OYO Homes) और Homey Huts के बीच हुए एक रणनीतिक समझौते के तहत आंध्र प्रदेश के आदिवासी इलाकों में होमस्टे का...

नेशनल डेस्कः देश में अब शहरी ही नहीं, बल्कि दूर-दराज के गांवों और जंगलों में भी पर्यटकों को मिलेगा OYO Rooms जैसा आरामदायक और सुरक्षित ठहराव। ओयो होम्स (OYO Homes) और Homey Huts के बीच हुए एक रणनीतिक समझौते के तहत आंध्र प्रदेश के आदिवासी इलाकों में होमस्टे का विस्तार किया जाएगा।

इस पहल का मकसद ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देना, आदिवासी संस्कृति का संरक्षण करना, और स्थानीय लोगों के लिए आय के नए अवसर पैदा करना है। यह समझौता सरकार और निजी संस्थाओं द्वारा आदिवासी क्षेत्रों में समावेशी और टिकाऊ विकास के लिए किए जा रहे बड़े प्रयासों का हिस्सा है।

गांव की ज़िंदगी का अनुभव अब OYO के साथ

पर्यटक अब आंध्र प्रदेश के आदिवासी इलाकों में पारंपरिक घरों में ठहरकर गांव की वास्तविक जीवनशैली, खानपान, हस्तशिल्प, और सांस्कृतिक विरासत का अनुभव ले सकेंगे। इससे स्थानीय परिवारों को गृह-आधारित आय प्राप्त होगी और उन्हें प्रशिक्षण, आधारभूत सुविधाएं और मार्केटिंग का सहयोग भी मिलेगा।

कॉफी की खेती को भी मिलेगा बढ़ावा

सिर्फ पर्यटन ही नहीं, बल्कि कृषि क्षेत्र में भी बदलाव लाने की दिशा में कदम उठाए गए हैं। ITC ने Integrated Tribal Development Agency (ITDA), पाडेरु के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत:

1,600 हेक्टेयर भूमि पर नई कॉफी खेती शुरू की जाएगी। इससे पहले ही 4,010 हेक्टेयर भूमि पर कॉफी की खेती हो रही है। इस परियोजना में स्थानीय आदिवासी किसान सहकारी समितियाँ भागीदार होंगी।

इसके अतिरिक्त, कॉफी बोर्ड ऑफ इंडिया ने भी उच्च गुणवत्ता और टिकाऊ खेती को बढ़ावा देने के लिए सहयोग किया है।

हल्दी की खेती और स्थानीय उत्पादों को मिलेगा बाज़ार

  • Equip कंपनी ने ITDA के साथ साझेदारी की है, जिसके तहत: हल्दी की खेती का विस्तार,प्रोसेसिंग यूनिट्स की स्थापना,वैल्यू एडिशन और मार्केट एक्सेस के लिए बुनियादी ढांचे का विकास

  • Frontier Marketing और Easy Mart मिलकर स्थानीय उत्पादों की ब्रांडिंग और मार्केटिंग को बढ़ावा देंगे, जिससे ग्रामीण महिलाओं की आय बढ़ेगी।

इको-फ्रेंडली आदिवासी महोत्सव और शिक्षा पहल

इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (ISB), ITDA के साथ मिलकर आदिवासी महिलाओं को जंगल से प्राप्त मौसमी उत्पादों के व्यापारिक पहलुओं पर प्रशिक्षण देगा। The Change Society आदिवासी छात्रों के लिए मूल्य-आधारित शिक्षा शुरू करेगा, जिससे सामाजिक मूल्यों और स्थानीय ज्ञान को प्रोत्साहन मिलेगा।

आदिवासी पर्यटन सर्किट का होगा विकास

Andhra Pradesh Tourism Forum ने दूर-दराज के आदिवासी क्षेत्रों में पर्यटन सर्किट विकसित करने की योजना बनाई है, जिससे: पर्यटकों को नए और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध गंतव्य मिलेंगे,स्थानीय रोजगार और आजीविका के अवसर बढ़ेंगे और राज्य में समावेशी और सतत विकास को बल मिलेगा।

प्राकृतिक खेती और टिकाऊ आजीविका पर जोर

इन सभी पहलों के साथ-साथ, राज्य सरकार और अन्य संस्थाएं प्राकृतिक खेती, टिकाऊ ग्रामीण विपणन प्रणाली, और लंबे समय तक स्थायी आजीविका के मॉडल विकसित करने में जुटी हैं। इसका मुख्य उद्देश्य है:

  • पर्यावरण के अनुकूल विकास

  • ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार

  • आदिवासी समुदायों की सामाजिक और आर्थिक समृद्धि

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