Edited By Anu Malhotra,Updated: 17 Jan, 2022 09:43 AM

नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के कारण देश में एक बार फिर से कोरोना का कहर लगातार जारी है। वहीं इस बीच ओमिक्रॉन को लेकर एक नई जानकारी सामने आई है। दरअसल, एक्सपर्ट का कहना है कि कोराना का नया संक्रमण अब गर्भवती महिलाओं को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। एक...
नई दिल्ली: नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के कारण देश में एक बार फिर से कोरोना का कहर लगातार जारी है। वहीं इस बीच ओमिक्रॉन को लेकर एक नई जानकारी सामने आई है। दरअसल, एक्सपर्ट का कहना है कि कोराना का नया संक्रमण अब गर्भवती महिलाओं को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। एक जानकारी के अनुसार पिछले 7 दिनों में लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में 30 गर्भवती महिलाएं कोरोना पॉजिटिव मिलीं।
ये सभी महिलाएं डिलीवरी के लिए अस्पताल में आई थीं और जब इनका कोरोना टेस्ट किया गया तो वे पॉजिटिव पाई गईं,वहीं हैरानी वाली बात यह है कि इनमें से किसी को भी कोरोना के कोई लक्षण नहीं था।
पीड़ित गर्भवती महिलाओं में कोरोना के लक्षण
डाॅक्टर का कहना है कि कोरोना संक्रमण से पीड़ित गर्भवती महिलाओं में फिलहाल वर्टिकल ट्रांसमिशन का खतरा नहीं देखा गया है. जिन महिलाओं को करोना है उनके नवजात को भी संक्रमण हो ऐसा देखने में नहीं आ रहा है। वहीं उन्होंने बताया कि कोरोना लक्षण प्रेग्नेंसी के दौरान भी वही होते हैं जो आम लोगों में होते हैं। जैसे कि बुखार, सांस लेने में तकलीफ, स्वाद न आना, थकान लगना जैसे लक्षण।
किस हालत में बच्चों को दूध पिला सकती हैं मां
डाॅक्टर ने बतया कि कोरोना संक्रमित महिलाएं अपने नवजात बच्चों को दूध पिला सकती हैं क्योंकि ब्रेस्ट फीडिंग के जरिए संक्रमण नहीं फैलता है। वहीं अगर मां की स्थिति काफी गंभीर है या फिर वो वेंटिलेटर पर है तो ऐसे में बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग नहीं करवा सकते हैं।