पूरी दुनिया में सिर्फ 9 डोनर... जानिए कौन सा है ये सबसे अनोखा और दुर्लभ ब्लड ग्रुप

Edited By Updated: 04 Nov, 2025 12:11 PM

only 9 donors in the whole world this rare blood group is this most unique ever

दुनिया का सबसे दुर्लभ ब्लड ग्रुप ‘गोल्डन ब्लड’ (Rhnull) कहलाता है, जो अब तक केवल 45 लोगों में पाया गया है। इसकी खासियत यह है कि यह किसी भी ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति को चढ़ाया जा सकता है। हालांकि, पूरी दुनिया में सिर्फ 9 लोग ही ऐसे हैं जो इसका डोनेशन...

नेशनल डेस्क : आपने अब तक सिर्फ आम ब्लड ग्रुप जैसे A+, A-, B+, B-, O+, O-, AB+ और AB- के बारे में सुना होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसा ब्लड ग्रुप भी है जो पूरी दुनिया में सबसे दुर्लभ (Rare) माना जाता है? इसे गोल्डन ब्लड (Golden Blood) कहा जाता है। इस ब्लड ग्रुप की खासियत यह है कि इसे किसी भी ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति को चढ़ाया जा सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूरी दुनिया में अब तक केवल 45 लोगों में ही यह ब्लड पाया गया है। इनमें से सिर्फ 9 लोग ही ऐसे हैं जो अपना खून डोनेट कर सकते हैं।

क्या है 'गोल्डन ब्लड ग्रुप'?

इस ब्लड ग्रुप का वैज्ञानिक नाम Rhnull (आरएच नल) है। यह नाम इसके खास गुणों की वजह से दिया गया है। दरअसल, आम तौर पर हर इंसान के खून में Rh फैक्टर नाम का एक प्रोटीन पाया जाता है। अगर यह प्रोटीन मौजूद है तो ब्लड को Rh पॉजिटिव कहा जाता है, और अगर यह नहीं होता तो Rh निगेटिव। लेकिन गोल्डन ब्लड ग्रुप वाले लोगों के खून में यह Rh फैक्टर बिल्कुल नहीं होता, यानी यह 'Null' होता है। यही वजह है कि यह ब्लड किसी भी ब्लड ग्रुप के साथ आसानी से मैच कर जाता है और इसे किसी को भी चढ़ाया जा सकता है। इसी खासियत के कारण इसे “गोल्डन ब्लड” कहा गया है।

यह भी पढ़ें - Silver Price Today: 4 नवंबर को चांदी हुई सस्ती, जानिए दिल्ली समेत बाकी शहरों में क्या है रेट

कब और कैसे हुई इसकी खोज

इस दुर्लभ ब्लड ग्रुप की खोज साल 1960 में की गई थी। उस समय डॉक्टरों ने पाया कि कुछ लोगों के खून में Rh प्रोटीन बिल्कुल मौजूद नहीं था। तब इसे Rhnull नाम दिया गया। इस खोज के बाद से ही इसे दुनिया का सबसे कीमती और दुर्लभ ब्लड ग्रुप माना जाता है।

किन देशों में मिले 'गोल्डन ब्लड’' वाले लोग

एक रिपोर्ट के अनुसार, BigThink की 2018 की रिसर्च में यह सामने आया कि अब तक दुनिया भर में सिर्फ 45 लोगों में ही यह ब्लड पाया गया है। इनमें से ज्यादातर लोग जापान, कोलंबिया, ब्राजील, अमेरिका और आयरलैंड जैसे देशों के हैं।

इस ब्लड ग्रुप की सबसे बड़ी चुनौती

गोल्डन ब्लड वाले लोगों के लिए सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि अगर उन्हें कभी ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत पड़े, तो उन्हें अपना ही ग्रुप वाला खून मिलना लगभग असंभव होता है, क्योंकि दुनिया में इसके डोनर सिर्फ 9 ही हैं। यानी, जहां यह ब्लड दूसरों के लिए जीवनदायी साबित हो सकता है, वहीं जिन लोगों के पास यह ब्लड है, उनके लिए यह एक जोखिम और जिम्मेदारी दोनों बन जाता है।

Related Story

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!