गरबा पंडालों में 'पूरी पोशाक' वालों को ही हो एंट्री, जानिए धीरेंद्र शास्त्री ने क्यों दिया ये बयान

Edited By Updated: 01 Oct, 2025 01:32 PM

only those in full attire should be allowed entry into garba pandals  dhirendra

देशभर में बीते दिनों नवरात्रि का त्याहोर बड़ी धूमधाम से मनाया गया है। लोगों ने इन दिनों पंडालों में जाकर दुर्गा पूजा और डांडिया को खूब एन्जॉय किया।

नेशनल डेस्क: देशभर में बीते दिनों नवरात्रि का त्याहोर बड़ी धूमधाम से मनाया गया है। लोगों ने इन दिनों पंडालों में जाकर दुर्गा पूजा और डांडिया को खूब एन्जॉय किया। इसी बीच बीते दिन बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने गरबा के नाम पर पहनी जाने वाली 'अशोभनीय पोशाकों' पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने पंडाल आयोजकों से अपील की है कि वे केवल उन्हीं लोगों को प्रवेश दें जिनकी पोशाकें शालीन और पूरी हों।

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धीरेंद्र शास्त्री बोले-

बागेश्वर धाम सरकार के नाम से मशहूर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने स्पष्ट किया कि गरबा हमारी परंपरा का हिस्सा है, लेकिन इसके नाम पर होने वाली अनाचार को रोका जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कम कपड़े पहनकर, गलत दृष्टिकोण से और केवल रील तथा फोटो बनाने के लिए गरबा खेलने से देवी की उपासना का पुण्य प्राप्त नहीं होता है। उन्होंने आग्रह किया कि गरबा अवश्य हो, लेकिन यह हमारी भारतीय परंपरा और माँ दुर्गा की महिमा का मजाक न बने। उन्होंने अपील की कि गरबा पंडालों में वही युवक-युवतियां प्रवेश करें जिनकी पोशाकें शालीन हों।

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गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर भी दिया बयान

धीरेंद्र शास्त्री ने गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर भी अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने याद दिलाया कि कुछ दिन पहले उन्होंने गरबा पंडालों के गेट पर आने वाले लोगों पर गौ-मूत्र छिड़कने और केवल गैर-हिंदुओं को ही न आने देने की अपील की थी। उन्होंने तर्क दिया कि जब हम (सनातन धर्मी) दूसरे मजहब के आयोजनों में शामिल नहीं होते हैं, तो उन्हें भी हमारे धार्मिक उत्सवों में नहीं आना चाहिए। इस बयान के बाद कई पंडालों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध के बैनर भी लगे थे।

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सनातनियों पर जताया अफ़सोस

पंडित शास्त्री ने सनातन धर्म का मजाक बनाने के लिए खुद सनातन धर्मियों पर अफ़सोस जताया।उन्होंने कहा कि जितना मज़ाक सनातन धर्म वाले अपने धर्म का बनाते हैं, उतना अन्य मजहब के लोग भी नहीं बनाते। उन्होंने बड़ी विडंबना बताते हुए कहा कि नवरात्रि में नौ दिन दुर्गा-दुर्गा करने वाले ही दसवें दिन दारू और मुर्गा करते हैं।

भारत को 'हिंदू राष्ट्र' बनाने की मांग दोहराई

धीरेंद्र शास्त्री ने एक बार फिर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की अपनी मांग को दोहराया। उन्होंने कहा कि भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करना बहुत ज़रूरी है। उनके अनुसार भारत असल में हिंदू राष्ट्र ही है, लेकिन यह विचार सभी के दिलों में आना और स्थापित होना ज़रूरी है।

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