Edited By Tanuja,Updated: 09 May, 2025 10:38 PM

एक ओर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भारत से रिश्तों में नरमी की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान की सेना और आईएसआई भारत के खिलाफ गुप्त हमलों की साजिशें रच रही हैं...
International Desk: एक ओर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भारत से रिश्तों में नरमी की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान की सेना और आईएसआई भारत के खिलाफ गुप्त हमलों की साजिशें रच रही हैं। हाल ही में भारत में हुए आतंकवादी हमलों और ड्रोन हमलों ने यह साफ कर दिया है कि पाकिस्तान एक बार फिर अपनी दोहरी नीति पर चल रहा है सामने से शांति की बात और पीछे से हमले। सूत्रों के मुताबिक, नवाज शरीफ ने भले ही प्रधानमंत्री आवास में सुरक्षा बैठक के दौरान भारत से राजनयिक बातचीत का सुझाव दिया हो, लेकिन उसी समय पाकिस्तानी सेना ने भारत के कई शहरों पर हमले की असफल कोशिश की। विशेषज्ञों का कहना है कि नवाज शरीफ की 'शांति पहल' सिर्फ अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने की एक रणनीति है। हकीकत यह है कि ISI लगातार जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की कोशिशें करा रहा है और सीमा पर आतंकी गतिविधियों को समर्थन दे रहा है।
भारतीय खुफिया एजेंसियों ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमलों और मिसाइल हमलों की लगातार कोशिशें जारी हैं। गुजरात और पंजाब में हाई अलर्ट जारी है। पाकिस्तान की संसद ने एक ओर भारत के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का समर्थन किया, वहीं नवाज शरीफ जैसे नेता शांति की बातें कर रहे हैं – यह विरोधाभास ही पाकिस्तान की नीति का असली चेहरा है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने आज साफ कहा कि अब युद्ध होना तय है, जबकि पाकिस्तानी सेना ने भी कड़ा बयान देते हुए कहा है कि अगर भारत को उनकी फायरिंग इतनी पसंद है, तो वे उसे पूरी करने के लिए तैयार हैं। यह बयान उस समय आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है, विशेष रूप से पाकिस्तान द्वारा भारतीय सीमा पर संघर्षविराम उल्लंघन और भारत द्वारा जवाबी कार्रवाई की वजह से।
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने इस बयान में यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच संघर्ष अब अपरिहार्य हो गया है और अब यह केवल समय की बात है कि जंग शुरू होगी। उन्होंने यह दावा किया कि पाकिस्तान को अपनी संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा के लिए किसी भी तरह की सैन्य कार्रवाई करने का अधिकार है। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने भी एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि अगर भारत को पाकिस्तान की फायरिंग में रुचि है, तो पाकिस्तान इसे और बढ़ाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सेना के प्रवक्ता ने कहा, "अगर भारत को हमारी फायरिंग इतनी पसंद आ रही है, तो हम उसकी ख्वाहिश पूरी करेंगे। अब यह भारत पर निर्भर करता है कि वह शांति की दिशा में कदम उठाता है या युद्ध के रास्ते पर चलता है।"