Edited By Seema Sharma,Updated: 28 Jul, 2021 12:52 PM
पेगासस जासूसी मामला और किसानों की समस्याओं समेत अन्य कई मुद्दों को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा तो होता है लेकिन न तो विपक्षी नेता बहस करते हैं और न चर्चा। विपक्षी नेताओं ने बुधवार को भी लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा किया। लोकसभी में...
नेशनल डेस्क: पेगासस जासूसी मामला और किसानों की समस्याओं समेत अन्य कई मुद्दों को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा तो होता है लेकिन न तो विपक्षी नेता बहस करते हैं और न चर्चा। विपक्षी नेताओं ने बुधवार को भी लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा किया। लोकसभी में विपक्ष ने पर्चे उड़ाए तो वहीं राज्यसभा में पेगासस जासूसी मामले पर नारेबाजी हुई।
राज्यसभा
सभापति एम वेंकैया नायडू के शून्य काल की घोषणा करने के बाद कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सदन के बीच मे आ गए और शोर शराबा करने लगे। सभापति ने नेताओं को सीट पर बैठने के आदेश दिए लेकिन किसी ने नहीं सुनी। इससे पहले आवश्यक दस्तावेज सदन पटल पर रखे गए थे।
लोकसभा
कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने आज भी लोकसभा में जमकर हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्रवाई दो बार स्थगित करनी पड़ी। पीठासीन अधिकारी राजेंद्र अग्रवाल ने सदन के पटल पर हंगामे की बीच जरूरी दस्तावेज रखवाए। विपक्षी सदस्य इस दौरान नारेबाजी के साथ ही भारी शोर-शराबा करते रहे। इस बीच कई सदस्यों ने आसन के सामने कागज भी फेंके लेकिन पीठासीन अधिकारी ने हंगामे के बीच ही सदन की कार्रवाई जारी रखने का प्रयास किया। हंगामा बढ़ता गया तो उन्होंने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।