Edited By vasudha,Updated: 24 Aug, 2021 08:53 AM
कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अहम बैठक बुलाई है। इस में कोरोना की मौजूदा स्थिति पर चर्चा होने की संभावना है। इसके साथ ही कोरोना से निपटने के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए हैं, इस पर भी चर्चा की जाएगी।
नेशनल डेस्क: कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अहम बैठक बुलाई है। इस में कोरोना की मौजूदा स्थिति पर चर्चा होने की संभावना है। इसके साथ ही कोरोना से निपटने के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए हैं, इस पर भी चर्चा की जाएगी।
कैबिनेट सचिव और नीति आयोग भी हाेंगे शामिल
सूत्रों की मानें तो बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय के अलावा कैबिनेट सचिव और नीति आयोग भी शामिल होगें। दरअसल केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले एक संस्थान की ओर से गठित एक विशेषज्ञ समिति ने आशंका जताई है कि देश में सितंबर और अक्टूबर के बीच कभी भी कोविड-19 की तीसरी लहर आ सकती है और टीकाकरण की रफ्तार को काफी तेज़ करने का सुझाव दिया है।
तीसरी लहर की चेतावनी जारी
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन (एनआईडीएम) की ओर से गठित विशेषज्ञ समिति ने यह भी कहा है कि बच्चों को वयस्कों के समान जोखिम होगा क्योंकि बड़ी संख्या में बच्चों के संक्रमित होने की स्थिति में बाल चिकित्सा अस्पताल, डॉक्टर और उपकरण जैसे वेंटिलेटर, एम्बुलेंस आदि की उपलब्धता मांग के अनुरूप नही हो सकती है । प्रधानमंत्री कार्यालय को सौंपी की गई रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में सिर्फ 7.6 फीसदी (10.4 करोड़) लोगों का ही पूर्ण टीकाकरण किया गया है और अगर वर्तमान टीकाकरण दर में वृद्धि नहीं की गई तो भारत में महामारी की अगली लहर में प्रति दिन छह लाख मामले आ सकते हैं।