Edited By Monika Jamwal,Updated: 20 Jun, 2022 08:57 PM
सशस्त्र बलों में भर्ती से संबंधित ''अग्निपथ'' योजना को वापस लेने की मांग को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) सहित कई अन्य दलों व संगठनों के सदस्यों ने सोमवार को जम्मू में प्रदर्शन किया।
जम्मू : सशस्त्र बलों में भर्ती से संबंधित 'अग्निपथ' योजना को वापस लेने की मांग को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) सहित कई अन्य दलों व संगठनों के सदस्यों ने सोमवार को जम्मू में प्रदर्शन किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्रदर्शन के दौरान राजमार्ग को बाधित करने पर पुलिस को कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेना पड़ा।
देश के कुछ हिस्सों में भारत बंद के आह्वान के मद्देनजर पुलिस ने शहर भर में सुरक्षा बढ़ा दी थी और कानून-व्यवस्था की स्थिति को बाधित करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी जारी की थी।
उदय छिब के नेतृत्व में युवा कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता शहर में एकत्रित हुए और अग्निपथ के खिलाफ रैली निकाली, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पुलिस ने छिब सहित एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
एक अन्य प्रदर्शन में 'आप' कार्यकर्ताओं ने ज्वेल चौक इलाके में रैली निकाली और उन्हें भी हिरासत में ले लिया गया।
सरकार पर निशाना साधते हुए छिब ने आरोप लगाया कि अग्निपथ योजना का मकसद उन भारतीय युवाओं के भविष्य को बर्बाद करना है, जो सशस्त्र बलों में सेवा देने की ख्वाहिश रखते हैं। उन्होंने इस योजना को तत्काल रद्द करने की मांग भी की।
छिब ने कहा, "युवाओं के लिए चार साल की नौकरी की नीति लाना न सिर्फ उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है, बल्कि सशस्त्र बलों का अपमान करने और उनके स्तर को घटाने जैसा भी है।"
'आप' कार्यकर्ताओं ने भी सरकार विरोधी नारे लगाए और योजना को वापस लिए जाने की मांग की।
एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "सांसद में बिना किसी चर्चा या बहस के और सार्वजनिक मंच पर सूचना दिए बगैर सरकार द्वारा युवाओं के भविष्य को बर्बाद करने के लिए योजना लाई गई। यह भाजपा सरकार के अहंकार को दर्शाता है...।"
जम्मू-कश्मीर के कठुआ, सांबा, रियासी और राजौरी जिलों में भी विरोध प्रदर्शन हुए। हालांकि, पुलिस ने कहा कि केंद्र-शासित प्रदेश में कहीं से भी हिंसा की कोई खबर नहीं है।