Edited By Anu Malhotra,Updated: 20 Nov, 2025 04:23 PM

देश में लाखों परिवार ऐसे हैं जिनकी रसोई सरकार की मुफ्त राशन योजना के दम पर चलती है। लेकिन इसी व्यवस्था में फैली गड़बड़ियों और फर्जीवाड़े को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार ने अब सबसे बड़ा “क्लीनअप ड्राइव” शुरू कर दिया है। लक्ष्य साफ है—जो हकदार नहीं...
नेशनल डेस्क: देश में लाखों परिवार ऐसे हैं जिनकी रसोई सरकार की मुफ्त राशन योजना के दम पर चलती है। लेकिन इसी व्यवस्था में फैली गड़बड़ियों और फर्जीवाड़े को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार ने अब सबसे बड़ा “क्लीनअप ड्राइव” शुरू कर दिया है। लक्ष्य साफ है—जो हकदार नहीं हैं, उन्हें सूची से बाहर किया जाए और असली जरुरतमंदों तक ही खाद्यान्न पहुंचे।
2.25 करोड़ नाम हटाए गए, वजह चौंकाने वाली
ताज़ा जांचों में सामने आया कि कई राज्यों में वर्षों से मृत लोगों के नाम पर राशन उठाया जा रहा था। कहीं एक ही परिवार के कई फर्जी कार्ड बने थे, तो किसी इलाके में लोग महीनों से राशन लेने ही नहीं आए। ऐसे मामलों पर लगाम कसने के लिए केंद्र ने राज्यों के साथ मिलकर रिकॉर्ड की तेज़ी से पुनः जांच शुरू की। इसी प्रक्रिया में हाल के महीनों में 2.25 करोड़ अपात्र लाभार्थियों को सिस्टम से बाहर कर दिया गया।
किन लोगों को सिस्टम से बाहर किया जा रहा है?
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जिनकी आय पात्रता सीमा से अधिक है
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जो 6 महीने से एक बार भी राशन लेने नहीं आए
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जिन्होंने सिर्फ सरकारी सहूलियतों का फायदा उठाने के लिए कार्ड बनवा रखा था
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मृतकों के नाम पर चल रहे कार्ड
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एक ही परिवार में एक से ज्यादा अवैध कार्ड
अधिकारियों के मुताबिक, उद्देश्य सिर्फ इतना है कि कोई असल लाभार्थी भोजन के हक से वंचित न रहे।
सभी राज्यों में दोबारा वेरिफिकेशन—योजना सिर्फ जरूरतमंदों के लिए
कई राज्यों में पुराने रिकॉर्ड में कई विसंगतियां मिलीं। इसलिए अब हर राज्य को निर्देश दिया गया है कि PDS लिस्ट की दोबारा जांच हो और यह सुनिश्चित किया जाए कि जो पात्र हैं वही प्रणाली में बने रहें।
इस बार यह प्रक्रिया पहले की तुलना में ज्यादा सख्त और तकनीक आधारित है।
क्या आपका राशन कार्ड भी हट गया है? ऐसे करें ऑनलाइन चेक
अगर आपको शक है कि आपका नाम गलती से डिलीट हो गया होगा, तो इसकी जांच घर बैठे की जा सकती है।
स्टेप–1: आधिकारिक साइट nfsa.gov.in पर जाएँ
स्टेप–2: ‘Ration Card’ सेक्शन चुनें
स्टेप–3: ‘Ration Card Details On State Portals’ पर क्लिक करें
स्टेप–4: राज्य ➝ जिला ➝ ब्लॉक ➝ पंचायत सिलेक्ट करें
स्टेप–5: अपनी FPS (राशन दुकान) और कार्ड कैटेगरी चुनें
इसके बाद जो सूची खुलती है, उसमें अगर आपका नाम है तो आपका कार्ड सक्रिय है। अगर नाम गायब है, तो समझिए कि कार्ड डिलीट हो चुका है।
e-KYC न कराई तो कार्ड होगा सबसे पहले ब्लॉक
सरकार ने साफ निर्देश दिया है कि सभी कार्ड धारकों को e-KYC अनिवार्य रूप से अपडेट करनी होगी।
जिनके कार्ड में e-KYC नहीं है— वे सूची से हटने वाले पहले लोगों में होंगे।