Edited By Anu Malhotra,Updated: 10 Nov, 2025 09:01 AM

शल मीडिया की दुनिया में कब क्या सच बन जाए और क्या झूठ फैल जाए, कहना मुश्किल है। इन दिनों एक ऐसा दावा तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने आम लोगों के बीच हलचल मचा दी- कहा जा रहा है कि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने बंद हो चुके नोटों को बदलने के लिए नई...
नेशनल डेस्क: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक दावा तेजी से वायरल हो रहा है कि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने बंद हो चुके ₹500 और ₹1000 के नोटों को बदलने के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। कई वेबसाइट्स और पोस्ट्स में इसे बड़ी खबर के तौर पर फैलाया जा रहा है।
लेकिन सच्चाई कुछ और है —प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने इस दावे की जांच कर साफ कहा है कि यह पूरी तरह फर्जी (FAKE) है।
क्या कहा PIB ने?
PIB फैक्ट चेक के अनुसार, आरबीआई ने पुराने ₹500 और ₹1000 के नोटों को बदलने से जुड़ी कोई नई घोषणा नहीं की है। वित्तीय नियमों और मुद्रा से जुड़ी किसी भी सही जानकारी के लिए केवल RBI की आधिकारिक वेबसाइट rbi.org.in पर भरोसा करें।
सरकार की अपील
किसी भी अप्रमाणित या संदिग्ध संदेश को फॉरवर्ड न करें।
केवल प्रमाणिक और आधिकारिक स्रोतों से मिली जानकारी ही साझा करें।
अगर आपको कोई संदिग्ध मैसेज, फोटो या वीडियो मिले जो केंद्र सरकार से जुड़ा हो, तो उसे PIB फैक्ट चेक टीम को भेजें — वे उसकी सच्चाई की पुष्टि करेंगे।
सच्चाई क्या है?
जब इस वायरल खबर की जांच की गई तो प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) के फैक्ट चेक डिविजन ने इस दावे की हकीकत सामने रखी। पीआईबी ने साफ कहा - “यह दावा पूरी तरह फर्जी है। भारतीय रिज़र्व बैंक ने बंद हो चुके नोटों के संबंध में कोई नई गाइडलाइन जारी नहीं की है।” PIB ने जनता से अपील की कि वे ऐसे झूठे संदेशों पर भरोसा न करें और किसी भी वित्तीय या सरकारी अपडेट के लिए केवल RBI की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी को ही सही मानें।
क्या करें और क्या न करें
किसी भी वायरल पोस्ट या वीडियो को शेयर करने से पहले उसकी पुष्टि अवश्य करें।
मुद्रा, बैंकिंग या सरकारी नीतियों से जुड़ी जानकारी हमेशा आधिकारिक स्रोतों -जैसे RBI, PIB, या भारत सरकार के प्रेस रिलीज़ पोर्टल - से ही लें।
अफवाह फैलाने वालों से सावधान रहें, क्योंकि ऐसे झूठे दावे लोगों में भ्रम और असुरक्षा फैलाने के लिए बनाए जाते हैं।