Edited By Radhika,Updated: 25 Nov, 2025 12:34 PM

अयोध्या में श्री राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज फहराए जाने वाले ऐतिहासिक क्षण के RSS प्रमुख मोहन भागवत भी साक्षी बने। पीएम मोदी, सीएम योगी और अन्य नेताओं के साथ ध्वाजारोहण के दौरान वे भी वहां मौजूद रहे। ध्वजारोहण के बाद मोहन भागवत ने अपने विचार...
नेशनल डेस्क: अयोध्या में श्री राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज फहराए जाने वाले ऐतिहासिक क्षण के RSS प्रमुख मोहन भागवत भी साक्षी बने। पीएम मोदी, सीएम योगी और अन्य नेताओं के साथ ध्वाजारोहण के दौरान वे भी वहां मौजूद रहे। ध्वजारोहण के बाद मोहन भागवत ने अपने विचार व्यक्त किए।
आज सार्थकता का दिन है
मोहन भागवत ने इस अवसर पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि "आज हम सबके लिए सार्थकता का दिन है।" उन्होंने कहा कि इस सपने को साकार करने के लिए जिन लोगों ने अपने प्राण न्योछावर किए। उनकी आत्मा को आज तृप्ति मिली होगी। उन्होंने विशेष रूप से अशोक जी (अशोक सिंघल) को याद किया और कहा कि उन्हें वहाँ शांति मिली होगी। भागवत ने कहा, "आज मंदिर का ध्वजारोहण हो गया। राम राज्य का ध्वज, जो कभी अयोध्या में फहराता था, आज वह फहरा गया है।"
ध्वज के महत्व को समझाया
भागवत ने ध्वज के महत्व को समझाते हुए बताया कि इस भगवा ध्वज पर रघुकुल का प्रतीक कोविदार वृक्ष अंकित है। उन्होंने कहा कि यह वृक्ष रघुकुल की सत्ता का प्रतीक है। कोविदार वृक्ष के मूल्यों की व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा कि यह वृक्ष सबके लिए छाया देता है, स्वयं धूप में खड़ा रहता है और फल भी दूसरों के लिए देता है, जो कि त्याग और निस्वार्थ सेवा का दर्शन है।
ध्वज पर बना सूर्य संकल्प का प्रतीक
भागवत ने कहा कि ध्वज में अंकित सूर्य भगवान उस संकल्प का प्रतीक हैं, जिसे पार करने में कितनी भी कठिनाइयाँ आई हों। उन्होंने कहा कि यह मंदिर बिल्कुल वैसा ही या उससे भी भव्य बना है, जैसा सपना लोगों ने देखा था।