Edited By shukdev,Updated: 04 Apr, 2018 06:36 PM
भारत रूस से लंबी दूरी की मिसाइल सिस्टम S-400 हासिल करने के लिए संर्घषरत है। दोनों देशों में इसकी कीमत को लेकर मतभेद होने के कारण 40 हजार करोड़ रुपए के सौदे को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है। बताया जाता है कि चीन ने 4000 किमी लंबी भारत चीन सीमा पर...
नई दिल्ली: भारत रूस से लंबी दूरी की मिसाइल सिस्टम S-400 हासिल करने के लिए संर्घषरत है। दोनों देशों में इसकी कीमत को लेकर मतभेद होने के कारण 40 हजार करोड़ रुपए के सौदे को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है। बताया जाता है कि चीन ने 4000 किमी लंबी भारत चीन सीमा पर अपनी ताकत बढ़ाने के लिए S-400 लंबी दूरी की मिसाइल प्रणाली तैनात कर ली है।
सूत्रों के अनुसार चीन ने भारत से पहले ही रूस से यह प्रणाली प्राप्त करने में बाजी मार ली है। बताया जाता है कि चीन को रूस ने इसकी खेप की पहली डिलिवरी भी कर दी है। रूसी मीडिया के अनुसार चीन को S-400 के दो मिसाइल सिस्टम की डिलिवरी मंगलवार को की गयी है।
आने वाले दिनों में एक और सिस्टम की डिलिवरी कर दी जाएगी। इस पूरे सिस्टम के तहत एक कमांड पोस्ट, राडार स्टेशन, लॉचिंग स्टेशन समेत दूसरी जरूरी चीजें शामिल हैं। रूसी मीडिया ने कहा कि अगर कीमत पर सहमति हो जाती है तो भारत को भी इस वर्ष के अंत तक S-400 मिसाइल की आपूर्ति की जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण फिलहाल रूस की यात्रा पर हैं। अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा पर होने वाले सातवें मास्को सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रक्षा मंत्री मास्को पहुंची हैं। इसी दौरान वह एस 400 को लेकर भी बात करेंगी।रक्षामंत्री की इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच करीब 40,000 करोड़ रुपए के एस- 400 मिसाइल सौदे को अंतिम रूप दिया जा सकता है।