Edited By Anu Malhotra,Updated: 26 Nov, 2025 10:32 AM

टेक इंडस्ट्री की रफ्तार जितनी तेज बढ़ रही है, उतनी ही तेजी से नौकरी का स्थायित्व कमजोर होता जा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अपनाने की होड़ ने कंपनियों को भविष्य के लिए तो तैयार कर दिया है, लेकिन इसकी सबसे बड़ी कीमत इंसानी वर्कफोर्स चुका रहा है।...
नेशनल डेस्क: टेक इंडस्ट्री की रफ्तार जितनी तेज बढ़ रही है, उतनी ही तेजी से नौकरी का स्थायित्व कमजोर होता जा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अपनाने की होड़ ने कंपनियों को भविष्य के लिए तो तैयार कर दिया है, लेकिन इसकी सबसे बड़ी कीमत इंसानी वर्कफोर्स चुका रहा है। इसी दौर में अब HP Inc ने भी एक ऐसा कदम उठाया है, जिसने टेक सेक्टर में नई चिंता पैदा कर दी है।
HP का बड़ा ऐलान: 2028 तक 4000–6000 नौकरियां जाएंगी
दुनिया की प्रमुख कंप्यूटर निर्माता कंपनियों में शामिल HP ने घोषणा की है कि वह अपने ऑपरेशंस को AI-सेंट्रिक मॉडल में बदलने के लिए अगले कुछ वर्षों में 4000 से 6000 कर्मचारियों की कटौती करेगी। कंपनी का तर्क है कि AI आधारित सिस्टम न सिर्फ उत्पादकता बढ़ाएंगे बल्कि विकास, कस्टमर सर्विस और निर्णय-प्रक्रिया को भी तेज और किफायती बना देंगे।
HP के CEO एनरिक लोरस का कहना है कि इन बदलावों से कंपनी तीन साल में लगभग 1 अरब डॉलर की बचत करने में सक्षम हो जाएगी। लेकिन यह फायदेमंद समीकरण हजारों कर्मचारियों के लिए नौकरी के खत्म होने का सीधा संकेत है।
दूसरी बार बड़े पैमाने पर छंटनी
यह पहला मौका नहीं है जब HP ने इतने बड़े स्तर पर ह्यूमन रिसोर्स कटौती की हो।
इसी साल फरवरी में 1000–2000 कर्मचारियों को हटाया गया था।
अब कंपनी अपने री-स्ट्रक्चरिंग ड्राइव को और आगे बढ़ाते हुए 6000 तक की छंटनी की तैयारी में है।
सबसे ज्यादा असर प्रोडक्ट डेवलपमेंट, बैकएंड ऑपरेशंस और कस्टमर सपोर्ट पर पड़ने वाला है—वही सेक्टर जिन पर AI आधारित मॉडल सीधा प्रभाव डालते हैं।
AI PC की मांग तेज, लेकिन चिप प्राइस कर रही मुश्किलें
HP ने बताया कि बाजार में AI सक्षम लैपटॉप और PC की मांग तेजी से बढ़ रही है।
कंपनी की ताजा तिमाही में भेजे गए कुल पीसी में से 30% AI PC थे।
लेकिन बढ़ती मांग के साथ एक और समस्या खड़ी हो गई—
AI इंफ्रास्ट्रक्चर की वैश्विक जरूरत ने DRAM और NAND मेमोरी चिप्स की कीमतों में भारी उछाल ला दिया है।
HP, Dell और Acer जैसी कंपनियों के लिए यह बढ़त मुनाफे पर सीधा प्रहार है।
HP का कहना है कि चिप प्राइस का सबसे कड़ा असर 2026 की दूसरी छमाही में महसूस होगा। शुरूआती महीनों के लिए कंपनी के पास स्टॉक मौजूद है, लेकिन बाद में लागत बढ़ना लगभग तय है।
कमजोर कमाई पूर्वानुमान से मार्केट में हलचल
कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 के लिए प्रति शेयर कमाई का अनुमान 2.90–3.20 डॉलर रखा है, जो मार्केट की उम्मीदों से नीचे है।
इसके चलते HP के शेयरों में तुरंत 5.5% की गिरावट दर्ज की गई—जिससे निवेशकों की चिंता और बढ़ गई।