Edited By Anu Malhotra,Updated: 25 Nov, 2025 07:11 PM

आज के समय में म्यूचुअल फंड एसआईपी लोगों की सबसे पसंदीदा निवेश रणनीति बन चुकी है। कम रकम से शुरू होने वाला यह प्लान लंबे समय में बड़ा कॉर्पस बनाने की क्षमता रखता है। लेकिन कई लोग अब भी यह समझ नहीं पाते कि महीने के कुछ हजार रुपये आखिर भविष्य में कितना...
नेशनल डेस्क: आज के समय में म्यूचुअल फंड एसआईपी लोगों की सबसे पसंदीदा निवेश रणनीति बन चुकी है। कम रकम से शुरू होने वाला यह प्लान लंबे समय में बड़ा कॉर्पस बनाने की क्षमता रखता है। लेकिन कई लोग अब भी यह समझ नहीं पाते कि महीने के कुछ हजार रुपये आखिर भविष्य में कितना बड़ा फायदा दे सकते हैं। इसी सवाल का जवाब हम एक सरल कैलकुलेशन से समझते हैं—केवल ₹6000 की मासिक एसआईपी से 12 साल में कितना फंड तैयार होता है?
₹6000 की SIP का 12 साल बाद कितना फायदा? यहां देखें पूरी गणना
अगर कोई निवेशक यह एसआईपी लगातार 12 साल तक चलाता है, तो उसे लगभग ₹19,34,000 का फंड मिल सकता है।
इसमें:
यानी आपके द्वारा लगाए गए पैसों से ज़्यादा कमाई सिर्फ रिटर्न से हो सकती है। हालांकि, ध्यान रहे कि म्यूचुअल फंड का रिटर्न बाज़ार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है, इसलिए यह अनुमानित आंकड़ा है।
क्या सिर्फ एसआईपी काफी है?—एक्सपर्ट बताते हैं सही पोर्टफोलियो बनाने का फॉर्मूला
निवेश से पैसा तो बनता है, लेकिन पैसा कहाँ लगाया जाए—यह सवाल कई लोगों को उलझन में डाल देता है। इसी पर Wealthyworld Pathways Pvt. Ltd. के फाउंडर सुनील बाहरी ने अपनी सलाह दी।
उनके अनुसार, आदर्श पोर्टफोलियो बनाने के लिए सबसे पहले अपने लक्ष्य तय करना ज़रूरी है। लक्ष्य तीन तरह के हो सकते हैं:
1. शॉर्ट टर्म (1–5 साल)
2. मिड टर्म (5–7 साल)
3. लॉन्ग टर्म (7 साल से अधिक)
सुनील बाहरी उदाहरण देकर बताते हैं— अगर आपके बच्चे की पढ़ाई पर 10 साल बाद खर्च आने वाला है और आप इस पैसे को डेट फंड में लगा देते हैं, तो यह उतना नहीं बढ़ेगा जितना बढ़ सकता था। लंबी अवधि के लक्ष्यों के लिए इक्विटी सबसे अच्छा विकल्प बन जाता है।